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Shocking: 25 दुकानदार खा गए जरूरतमंदों का 80 लाख का राशन, गरीबों के पेट रह गए खाली

MP News: गरीबों के राशन में बड़ा गड़बड़झाला, जरूरतमंदों तक नहीं पहुंचा, बीच में ही बेच दिया राशन, गरीबों के पेट रह गए खाली, अब क्या... जानकर रह जाएंगे हैरान..

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Big fraud in ration distribution

Big fraud in ration distribution in MP Shocking News

Big fraud in ration distribution: जिले में 549 शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से हर महीने गरीबों को 37 हजार क्विंटल से अधिक राशन का वितरण किया जाता है। इसमें गड़बड़ी (forgery) की जा रही है, कंकड़, पत्थर, भूसी व धूल की भरमार है। वहीं दुकानदार भी इनके राशन को हड़पने में पीछे नहीं हैं। जिले में चार साल में 25 दुकानों पर 80 लाख रुपए से अधिक का राशन दुकानदार हड़प गए। यह राशन हितग्राही के पास नहीं पहुंचा, बीच में ही बेच दिया गया। इसमें एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है, लेकिन विभाग हड़पे गए राशन का पैसा वसूल नहीं कर पा रहा है।


ऐसे सामने आया फर्जीवाड़ा

शासन ने राशन वितरण में फर्जीवाडा़ रोकने के लिए व्यवस्था में बदलाव किया है। पीओएस मशीन पर अंगूठे के बाद ही हितग्राही को राशन मिलता है। राशन में गबन करने वाले दुकानदारों के यहां पूरा स्टॉक दिख रहा था, लेकिन जब दुकान का निरीक्षण किया गया तो मौके पर गेहूं व चावल सहित अन्य सामग्री नहीं थी। इससे उनका फर्जीवाड़ा सामने आ गया। लाखों रुपए का गेहूं, चावल, नमक, केरोसिन बाजार में बेच दिया। 2.82 लाख परिवारों के पास राशन कार्ड हैं और इन परिवारों के 12 लाख सदस्यों को राशन दिया जाता है।


आधार से लिंक किए जा रहे हितग्राही, ताकि फर्जीवाडा़ थम सकें


-हितग्राहियों को आधार से लिंक किया जा रहा है। मशीन में फिंगर मैच कराए जा रहे हैं। यदि फिंगर मैच नहीं करता है तो वह बाहर हो जाएगा। मूल हितग्राही का सत्यापन किया जा रहा है।

-शुरुआत में सत्यापन मौखिक जानकारी लेकर किया गया था। आईडी में दूसरे के आधार नंबर अपलोड किए गए। इसे रोकने के लिए अब फिंगर से सत्यापन किया जा रहा है।

-दुकान पर राशन लेने आने वाले हितग्राही का आधार लिंक करने के लिए अंगूठा लगाया जा रहा है। जो दुकान पर नहीं आ रहे हैं, उनके घर दुकानदार अंगूठा लगाने के लिए पहुंच रहे हैं।


इन दुकानों पर हड़पा गरीबों का राशन


-27 अक्टूबर-2021 को सिरसा के विक्रेता वीरेन्द्र सिंह पर 12 लाख 90 हजार 683 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।
-27 अक्टूबर-2021 को खेड़ी रायमल के विक्रेता वीरेन्द्र सिंह पर 5 लाख 14 हजार 354 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।
-21 अक्टूबर-2021 को चिरूली के विक्रेता अवध बिहारी चौबे पर 4 लाख 39 हजार 768 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।
-30 अक्टूबर-2021 को वीरपुर के विक्रेता कुलदीप मिश्रा पर 2 लाख 12 हजार 202 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।
-22 दिसंबर-2021 को दौनी के विक्रेता अमर सिंह बाथम पर 65 हजार 809 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।
-30 जनवरी-2022 को रिछारी खुर्द के विक्रेता अंकेश रावत पर 10 लाख 22 हजार 708 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।
-29 जून-2021 को बुजुर्ग के विक्रेता मनोज श्रीवास्तव पर 22 लाख 62 हजार 827 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।
-28 फरवरी-2021 को चिटौली के विक्रेता दिनेश किरार पर 9 लाख 9 हजार 656 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।
-26 जून-2021 को आरोन के विक्रेता नरेन्द्र सिंह रावत पर 1171 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।
-23 अक्टूबर-2021 को खैरवाया के विक्रेता दिनेश शर्मा और नौशाद खान पर 3 लाख 33 हजार 355 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।
-26 अगस्त-2021 को पिपरौ के विक्रेता दिनेश शर्मा और नौशाद खान पर 3 लाख 64 हजार 91 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।
-24 मार्च 2022-को बड़ेरा फुटकर के विक्रेता अरविंद श्रीवास्तव पर 2 लाख 08 हजार 34 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।
-30 मार्च-2022 को जय भगवती महिला प्राथमिक उपभोक्ता भंडार क्रमांक 176 के विक्रेता आनंद मिश्रा पर 6 लाख 13 हजार 382 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।
-4 मई-2022 को मस्तूरा के विक्रेता कुलदीप बिजौल पर 6 लाख 13 हजार 382 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।
-4 मई 2022 को बनियातोर के विक्रेता कुलदीप बिजौल पर 4 लाख 40 हजार 080 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।
-11 दिसंबर-2023 को लोहा मंडी की दुकान पर गेहूं, चावल, नमक, शक्कर कम मिली थी। 3 लाख 11 हजार का राशन का गबन किया। विनोद त्यागी के खिलाफ केस दर्ज किया गया।

-10 जनवरी 2024 को अंकुर मुदगल के खिलाफ ग्वालियर थाने में केस दर्ज किया गया। दुकान से गेहूं व चावल को बेच दिया था।

-दिसंबर 2023 से जनवरी 2024 के बीच पांच एफआइआर दर्ज की गईं। देवरीकला, हरसी, डोंगरपुर के दुकानदार व नगर निगम सीमा में दो दुकानदारों पर केस दर्ज हुए।
-फरवरी 2024 में रानी भंडार, गिजुर्रा, धमनिका पर एफआईआर दर्ज की गई।

फिर स्मरण पत्र जारी करेंगे

वसूली के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। तहसीलदारों के माध्यम से संपत्ति कुर्क करके वसूली की जानी है। फिर से स्मरण पत्र जारी किए जाएंगे।


-विपिन श्रीवास्तव, जिला आपूर्ति अधिकारी

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