19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ट्रिपल सुसाइड केस में बड़ा खुलासा एक-दूसरे को देख करते रहे आत्महत्या, उजड़ गया परिवार

पूछताछ में आरोपी बोला, 'मैंने तो कारोबारी के बेटे के शराब पीने का लत की चुगली की, फिर क्या हुआ मुझे नहीं पता...' प्रॉपर्टी कारोबारी के परिवार के खात्मे का सनसनीखेज मामला...

2 min read
Google source verification
triple_suicide_case_accused_deceived_the_police_for_29_days_entangled_in_the_story_gwalior_property_businessman_case_crime_news_mp.jpg

हुरावली में प्रॉपर्टी कारोबारी जितेन्द्र झा के पूरे परिवार के सुसाइड केस में वांटेड देवेन्द्र पाठक 29 दिन तक छकाने के बाद सोमवार को पुलिस के हाथ आ गया है। अब इस सनसनीखेज सुसाइड केस से साफ पल्ला झाड़ रहा है। उसकी दलील है जितेन्द्र के इकलौते बेटे अमन (16) को शराब की लत थी। उसने तो जितेन्द्र को बेटे की हरकत बताई थी। फिर जितेन्द्र के परिवार में क्या हुआ। उसे कुछ नहीं पता। पूरे परिवार के सुसाइड में उसका नाम उछला तो पुलिस से बचने के लिए भाग गया।

हुरावली कॉलोनी (सिरोल) के ए ब्लॉक में 28 जनवरी की सुबह प्रॉपर्टी कारोबारी जितेन्द्र झा (48) उनकी पत्नी त्रिवेणी (40) और बेटे अमन 16 की लाश घर में फांसी पर लटकी मिली थीं। त्रिवेणी सैन्य इलाके के स्कूल में ङ्क्षप्रसिपल थीं। पूरे परिवार के सामूहिक सुसाइड से सनसनी हो गई थी। घर से सुसाइड नोट भी मिला था। इसमें जितेन्द्र ने साफ लिखा था पार्टनर देवेन्द्र पाठक की वजह से बेटा परेशान था। तंग आकर उसने सुसाइड किया है। यह आत्महत्या नहीं हत्या है। पुलिस देवेन्द्र पाठक को कड़ी सजा दिलाए। घर में काफी खून भी फैला था। पुलिस की थ्योरी थी, अमन को फांसी पर लटका देखकर जितेन्द्र ने हाथ की नसें काटी हैं। फिर पत्नी सहित उसने भी सुसाइड किया।

आरोपी देवेन्द्र दलील दे रहा है जितेन्द्र ने उसके नाम सुसाइड नोट लिखकर पूरे परिवार समेत सुसाइड कर लिया है। सुनकर घबरा गया। भटपुर (उटीला) से भागकर मथुरा, चित्रकूट और फिर उज्जैन जाकर दुबका रहा।

देवेन्द्र ने 29 दिन बाद सामने आकर कहानी सुनाई है अमन को देसी शराब पीते देखा था तो हैरानी हुई। उसने तमाम दोस्तों के सामने जितेन्द्र से कहा बेटे को संभालो। गवाहों के नाम भी देवेन्द्र गिना रहा है। उसने जितेन्द्र के घर में कलह की जो थ्योरी बताई उसमें बेटे की शराब पीने की चुगली है, जिसके बाद आवेश में पूरे परिवार ने सुसाइड कर लिया होगा। लेकिन सवाल है कि यह बात तो देवेन्द्र घटना के फौरन बाद भी पुलिस को बता सकता था, फिर फरार क्यों रहा। अब जिनके नाम गिना रहा है उनमें से भी कोई उसकी बात रखने पुलिस के सामने क्यों नहीं आया। घटना के तुरंत बाद पुलिस उसे बुलाती रही तो उसका पूरा परिवार गच्चा क्यों देता रहा?

ट्रिपल सुसाइड केस में देवेन्द्र पाठक के मुरार, जबलपुर, देहरादून में तीन मददगार भी सामने आए हैं जिनके बूते वह फरार रहा है। पुलिस का कहना है इन तीनों को रडार पर लेकर दबाव बनाया तब आरोपी हाथ आया।

ट्रिपल सुसाइड में वांटेड भट्टपुरा गांव से पकड़ा गया है। उसे गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया जाएगा। आरोपी ने जो खुलासा किया है उसकी तस्दीक की जाएगी।

- हिना खान, सीएसपी विश्वविद्यालय


बड़ी खबरें

View All

ग्वालियर

मध्य प्रदेश न्यूज़

ट्रेंडिंग