30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बेटी ने कहा- पापा मैं भी बड़े होकर सिगरेट पीऊंगी, यह सुन होश उड़ गए, तब से बंद कर दी स्मोकिंग

नो स्मोकिंग डे आज: विल पॉवर से छोड़ी सिगरेट, तम्बाकू, अब जी रहे खुशहाल जिंदगी  

2 min read
Google source verification

ग्वालियर. एक दिन मैं घर के बाहर सिगरेट पी रहा था। बेटी ने देख लिया। जब मैं अंदर आया, तो वह बोली कि पापा मैं भी बड़े होकर आपकी तरह सिगरेट पीऊंगी। यह सुनकर मेरे होश उड़ गए और तब से मैंने कसम खा ली कि मैं कभी भी स्मोकिंग नहीं करूंगा। इस बात को तीन साल हो गए। मैंने सिगरेट को हाथ नहीं लगाया। रोजाना 15 से 20 सिगरेट की लत छोडऩे में मुझे परेशानी आई, लेकिन अपनी विल पावर से मैंने स्मोकिंग पूरी तरह छोड़ दी। यह कहना है बिजनेसमैन अरविंद राजपूत का। उन्होंने नो स्मोकिंग डे पर अपना यह किस्सा शेयर किया और कहा कि मन में यदि हम कुछ भी ठान लें, तो वह पूरा कर सकते हैं। स्मोकिंग हमारे स्वास्थ्य को खराब करने के साथ परिवार को भी बर्बादी के कगार पर ले आता है।

स्टूडेंट ने किया कमेंट, तो छोड़ दी तम्बाकू
ठ्ठ जीवाजी यूनिवर्सिटी के एनएसएस को-ऑर्डिनेटर प्रो. रविकांत अदालतवाले ने बताया कि मैंने 18 साल तक लगातार तम्बाकू खाई। नए-नए ब्रांड का यूज किया। रोजाना 6 से 8 पैकेट तम्बाकू खाया करता था। एक बार एक स्टूडेंट ने यूनिवर्सिटी परिसर में ही मुझ पर कमेंट कर दिया। तब से आज तक मैंने तम्बाकू की तरफ मुडकऱ भी नहीं देखा।
धूम्रपान बंद करते ही मिला रिलैक्स
ठ्ठ एजी ऑफिस के एकाउंटेंट अनु सक्सेना ने बताया कि मैं कुछ समय पहले तक मैं धूम्रपान करता था। एक बार मुझे लगा कि मेरे शरीर में कुछ और भी प्रॉब्लम बढ़ रही हैं। मुझे चक्कर आने जैसे सिम्टम्स दिखने लगे। इस पर मैंने स्मोकिंग को पूरी तरह से कंट्रोल कर लिया। इससे मुझे अपनी बॉडी में काफी अंतर समझ में आया।

यंगस्टर्स फूल देकर करेंगे प्रोडक्ट न बेचने की अपील
ठ्ठ जिला तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ की टीम जल्द ही एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल, डायरेक्टर से मुलाकात करेगी और कैंपस के 100 मीटर के दायरे में लगी दुकानों में सिगरेट, तम्बाकू न बेचने के लिए कहेंगे। इसमें एनएसएस वालंटियर्स, एनसीसी कैडेट्स का भी सहयोग लिया जाएगा। ये यंगस्टर्स हाथ में फूल देकर तम्बाकू से बने पदार्थ न बेचने की दुकनदारों से अपील करेंगे। फिर भी यदि दुकानदार नहीं मानते, तो प्रकोष्ठ द्वारा चालान काटा जाएगा। अभी हाल ही में प्रकोष्ठ की ओर से जीवाजी यूनिवर्सिटी थाना, गोले का मंदिर थाना आदि में पुलिस टीम को अवेयर किया जा चुका है।
ये हैं नियम