ग्वालियर में एक शादी समारोह में मंगलवार को यह हृदयविदारक घटना हुई। 8 साल की मासूम बच्ची सैजल अपने पिता सतेन्द्र जादौन माता सुनीता जादौन के साथ 13 फरवरी को अपने मामा के लड़के की शादी में गई थी। अपने भाई सोनू भदौरिया की शादी में जाने का उसे इतना उत्साह था कि अपने जन्म दिवस पर नए कपड़े नहीं लेकर उसने भाई सोनू की शादी के लिए लहंगा सिलवाया था। तीन भाई-बहनों में मछली सैलज हमेशा मुस्कुराने वाली सीधी-सादी बच्ची थी।
क्या हुआ था उस समय
शादी से तीन दिन पहले सोनू भदौरिया की सगाई का फलदान आया था। इसी में शामिल होने सभी लोग एकत्र थे। इसी बीच शादी में आए कुछ युवक शराब के नशे में मस्ती कर रहे थे। इसी बीच नाचने-गाने के वक्त किसी युवक ने बंदूक निकालकर लाया और हर्ष फायर करने की कोशिश करने लगा। इस बीच उसके किसी दोस्त ने बंदूक छीनने की कोशिश की। पहले मैं चलाउंगा की तर्ज पर जैसे ही छीना-झपटी हुई, बंदूक का ट्रिगर दब गया और यह गोली शादी समारोह का नजारा देख रही सैजल की पसलियों को चीरते हुए निकल गई। सैजल वहीं बेहोश होने लगी। रात 11.30 बजे की बात है। सैजल के माता-पिता और अन्य रिश्तेदार अस्पताल पहुंचे, जहां काफी देर तक वह अपने पिता के साथ रही, थोड़ी देर बाद डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
रिश्तेदार को बजा रहे हैं सभी
सभी ने देखा कि कौन इस शादी समारोह में हर्ष फायर कर रहा है। कौन शराब के नशे में धुत था, गोली किसके हाथों से चली, लेकिन रिश्तेदारों के दबाव में यह कोई नहीं बोल पा रहा है कि गोली चलाने वाले कौन थे।
परिजनों ने भी नहीं की रिपोर्ट
बच्ची के पिता सत्येंद्र जादौन और कई रिश्तेदार भी आरोपियों के नाम नहीं बता रहे हैं। वो इस घटना को एक एक्सीडेंट बता रहे हैं। इनके अलावा कई लोग करीबी रिश्तेदारी का हवाला देते हुए चुप्पी साधे बैठे हैं।
बच्ची के नाना ने बताया नाम
सैजल के नाना कल्याण सिंह भदौरिया ने मीडिया को बताया कि गोली जिसने चलाई वे लोग दूर के ही रिश्तेदार हैं। लेकिन, उनका नाम नहीं पता। साल- छह माहों में कभी कभार मुलाकात हो जाया करती थी।
एक नजर
-सैजल के पिता सतेन्द्र जादौन ड्राइवर हैं। 8 साल की सैजल तीन बच्ची में मझली है।
-सैजल से बड़ी बहन प्राचीन सातवीं कक्षा में पढ़ती है।
-सैजल से छोटा भाई पांच साल का वंशु है।
पापा की लाड़ली थी सैजल
बताया जाता है कि तीन भाई-बहनों में सैजल अपने पापा की बहुत लालड़ी थी। सैजल अभी से इतनी समझदार थी कि वह अपने पिता की आर्थिक स्थिति को भी समझती थी। इसी लिए 20 दिसंबर को अपने जन्म दिवस के मौके पर उसने नए कपड़ों को लेने से मना कर दिया था। उसका कहना था कि पापा मुझे कपड़े दिलाना है तो सोनू भइया की शादी में दिला देना। दो दिन पहले ही उसके पापा ने नया लहंगा उसे दिलाया था। वो इसी शादी में पहनने वाली थी।
बगैर खाना खाए लौट गए रिश्तेदार
शादी में खाना बनाने वाले हलवाई रामदत्त ने मीडिया को बताया कि जोरदार धमाके की आवाज आई तो वे दौड़कर बाहर गए तो वहां पर बच्ची को गोली लगी थी और पंडाल में भगदड़ मची हुई थी। धीरे-धीरे कई लोग घर लौटने लगी। सभी लोग बगैर खाना खाए ही लौट गए। वहां मातम छा गया था। दूसरे दिन काफी खाना गरीबों में बंटवाना पड़ा।
VIDEO फुटेज खंगालेगी पुलिस
पुलिस ने अब सगाई समारोह के फोटोग्राफ मंगवाए हैं साथ ही वीडियो के फुटेज भी खंगाले जाएंगे। बताया जाता है कि वीडियो में गोली चलने की आवाज तो आ गई है, लेकिन कामरे में आरोपियों की तस्वीर नहीं नजर आई, क्योंकि कैमरे का रुख दूसरी तरफ था।