
ग्वालियर. देश की सीमा पर रक्षा के लिए आयुध बनाने केलिए डीआरडीओ पुणे की एक यूनिट ग्वालियर और श्योपुर जिले में स्थापित होगी। सीमा की रक्षा और आम जन के स्वास्थ्य की रक्षा संबंधी उपकरण बनाने के लिए स्थापित होने वाली लैब आदि के लिए जमीन आवंटन की प्रक्रिया बीते वर्ष शुरूहुई थी।
ग्वालियर जिले के मोहना में जगह आवंटन के बदले में प्रदेश सरकार रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन पुणे से 98.88 लाख भूभाटक लेगी। आवंटन केबाद यहां बाउंड्री बनाने वाली यूनिट में महत्वपूर्ण आयुधों के लिए हिस्से बनाए जाएंगे। जबकि श्योपुर में आवंटित हुई जगह में महत्वपूर्ण आयुधों की टेस्टिंग होगी। सूत्र बताते हैं कि आयुध उपकरण बनाने के लिए देश की किसी प्रतिष्ठित कंपनी को यहां अलॉटमेंट किया जाएगा। इसके बाद यहां रक्षा उपकरणों का निर्माण शुरू होगा।
ग्वालियर कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि डीआरडीओ को मोहलना क्षेत्र में करीब100 एकड़ जगह आवंटित की गई है। इसको हैंडओवर भी कर दिया गया है। इन्होंने पजेशन भी ले लिया है। वही कलेक्टर श्योपुर शिवम वर्मा ने कहा कि डीआरडीओ के लिए जिले बड़ौदा ब्लॉक में 1206 हैक्टेयर जगह फाइनल हुई है। इस जगह डीआरडीओ द्वारा अपने हिसाब से निर्माण आदि किए जाएंगे। रक्षा से संबंधित उपकरण आदि बनाए जाने की संभावना है।
इतनी जमीन हुई आवंटित
ग्वालियर जिले की मोहना नगर पंचायत की सीमा से लगे क्षेत्र में डीआरडीओ के लिए तीन जगह चिन्हित की गई थीं। एसडीएम डॉ. संजीव खेमरिया ने बताया कि उम्मेदगढ़ रोड पर नौ सर्वे नंबरों की 131.8520 हैक्टेयर भूमि आवंटित की गई है। राजस्व विभाग द्वारा आवंटित भूमि पर बाउंड्री बनाने का काम शुरू कियाजा चुका है।
श्योपुर जिले के बड़ौदा ब्लॉक में जगह चिन्हित हुई है। 1206 हैक्टेयर जगह पर काम शुरू होगा। राजस्व विभाग ने जमीन आवंटन की प्रक्रिया पूरी कर ली है। यह जगह जल्द ही डीआरडीओ को हस्तांतरित की जाएगी। हर आवंटित हुई जमीन पर प्रयोग और टैस्टिंग की जाएगी।
Published on:
31 Aug 2021 01:53 pm
बड़ी खबरें
View Allग्वालियर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
