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मॉर्निंग वॉक करते समय इंस्पेक्टर के साथ हुई ऐसी घटना और पल भर में ही चली गई जान

मॉर्निंग वॉक करते समय इंस्पेक्टर के साथ हुई ऐसी घटना और पल भर में ही चली गई जान

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inspectors death in heart-attack

मॉर्निंग वॉक करते समय इंस्पेक्टर के साथ हुई ऐसी घटना और पल भर में ही चली गई जान

ग्वालियर। दोस्त के साथ सुबह सैर करने गए ईओडब्ल्यू इंस्पेक्टर की दिल का दौरा पडऩे से मौत हो गई। वे सैर करते हुए अचानक सड़क पर गिर पड़े थे। उनके सिर में भी चोट आई थी। दोस्त लोगों की मदद से उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे,लेकिन इलाज शुरू होने से पहले उन्होंने दम तोड़ दिया। कुछ देर बाद पुलिस भी अस्पताल पहुंची। शव का पीएम कराकर मर्ग कायम किया। पुलिस के मुताबिक ग्राम आरा (बिहार) निवासी शिवशंकर पांडेय ईओडब्ल्यू में इंस्पेक्टर थे। रोजाना की तरह मंगलवार सुबह करीब 6.30 बजे दोस्त अजय शर्मा (इंस्पेक्टर) के साथ जीवाजी विश्वविद्यालय कैंपस में मॉर्निंग वॉक कर रहे थे।

अचानक चक्कर आया तो अजय के कंधे पर हाथ रखा और गिर पड़े वहां वॉक कर रहे डॉक्टर ने देखा तो शिवशंकर के सीने को पंप किया। पंप करने पर उन्होंने आंख भी खोली। इसके बाद उन्हें प्राइवेट अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टर ने गंभीर हालत देखकर जेएएच लेकर जाने को कहा। अजय उन्हें जेएएच लेकर पहुंचे,लेकिन उन्हें बचा नहीं सके।

इंस्पेक्टर की मौत की खबर मिलने पर इओडब्ल्यू एसपी रघुवंश भदौरिया,डीएसपी सतीश चतुर्वेदी सहित उनके बैच के एसडीओपी घाटीगांव प्रवीण अष्ठाना पीएम हाउस पहुंचे। डॉक्टरों से बातचीत कर उनका तुरंत पीएम कराया। पति की मौत की खबर मिलते ही उनकी पत्नी भी पीएम हाउस पर आ गई थीं।

मैंने अच्छा दोस्त खो दिया
अजय उनके सबसे अच्छे दोस्तों में थे। विभाग में भी उनकी दोस्ती की चर्चा होती थी। अजय ने बताया सुबह करीब ५ बजे मॉर्निंग वॉक पर जाने के लिए शिवशंकर शर्मा का फोन आया। चूंकि बारिश हो रही थी, इसलिए मैंने कहा बारिश रुकने के बाद चलते हैं। कुछ देर बाद विश्वविद्यालय के कैंपस पहुंचा तो शिवशंकर मिल गए। फिर हम साथ वॉक करने लगे। अचानक गश खाकर शिवशंकर गिर पड़े। मैने अपना सबसे अच्छे दोस्त को खो दिया।

छह साल पहले प्रमोशन पर आए थे ग्वालियर
शिवशंकर 1994 बैच के थे। करीब 6 साल पहले प्रमोशन होकर ग्वालियर आए थे। उनकी पत्नी पप्पी और दोनों बच्चे शिवपुरी में ही रहते हैं। वह शिवपुरी से ही ड्यूटी आते-जाते थे। लेकिन पिछले 15 दिनों से ग्वालियर में इओडब्ल्यू कैंपस में ही रहने लगे थे।

पत्नी पर दोनों बच्चों की जिम्मेदारी
शिवशंकर की पत्नी पप्पी के अलावा दो बेटे है। बड़ा बेटा दिव्यांश (14) ग्यारहवी कक्षा में है। छोटा बेटा आर्यंश (11) दसवी कक्षा में है। शिवशंकर की मौत के बाद अब घर की पूरी जिम्मेदारी पप्पी पर आ गई है। बताया जाता है कि सोमवार को ही घरवालों से मिलकर आए थे।