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MP Election 2023: ग्वालियर-चंबल संभाग की 34 सीटें भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल, अमित शाह ने संभाली कमान

ग्वालियर-चंबल संभाग की 34 सीटों पर जीत भारतीय जनता पार्टी की प्रतिष्ठा का प्रश्न बनी हुई है। अंचल के सहारे भाजपा ने वर्ष-2020 में फिर से सत्ता वापसी की थी। मध्य प्रदेश की सियासी नब्ज पर हाथ रखे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने फीडबैक के बाद मर्ज को पकड़ लिया है...

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ग्वालियर-चंबल संभाग की 34 सीटों पर जीत भारतीय जनता पार्टी की प्रतिष्ठा का प्रश्न बनी हुई है। अंचल के सहारे भाजपा ने वर्ष-2020 में फिर से सत्ता वापसी की थी। मध्य प्रदेश की सियासी नब्ज पर हाथ रखे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने फीडबैक के बाद मर्ज को पकड़ लिया है और कमान अपने हाथों में ले ली है। इसलिए वे ग्वालियर-चंबल के ताबड़तोड़ दौरे कर रहे हैं। ऐसी सीट जहां बगावत है और भाजपा कमजोर पड़ रही है वहां दिग्गजों की चुनावी सभाएं कर माहौल बनाया जा रहा है।

भिंड: क्षत्रियों के गढ़ में राजनाथ सिंह की दस्तक
भिंड में क्षत्रियों को साधने के लिए पार्टी ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को उतारा है। भिण्ड विधायक संजीव सिंह चुने तो बसपा से गए थे, लेकिन टिकट की उम्मीद में भाजपा में आ गए थे। जब टिकट नहीं मिला तो फिर से बसपा में जाकर मैदान में आ गए। वर्तमान में गोहद में कड़ा मुकाबला है, मेहगांव और भिण्ड में भाजपा मजबूत दिख रही है, लेकिन अटेर में स्थिति पक्ष में नहीं है। मेहगांव, अटेर क्षेत्र में क्षत्रिय मतदाता को भाजपा ने साध लिया तो गढ़ बचाने में कामयाब हो सकती है।

श्योपुर: आदिवासियों को साधने की कोशिश
श्योपुर की दो सीटों पर भाजपा की नजर है। जनआशीर्वाद यात्रा के समय गृहमंत्री अमित शाह का दौरा निरस्त हुआ तो नकारात्मक संदेश गया, इसलिए श्योपुर में सभा कराई गई। पिछले चुनाव में श्योपुर सीट पर भाजपा को 42 हजार मतों से करारी हार मिली थी। श्योपुर और विजयपुर दोनों ही सीट आदिवासी समुदाय बाहुल्य है। दोनों ही सीटों पर जिस जाति का आधिपत्य है, चुनाव में उनकी जाति के उम्मीदवार को कम ही जीत मिली है। शाह की सभा कराकर आदिवासी वोटरों को साधने की कोशिश की गई है।

ग्वालियर: सभा के बहाने नाराजगी दूर करने की कोशिश
ग्वालियर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी भले ही मजबूत होने का दावा कर रहे हैं, लेकिन उनको भी हार का डर सता रहा है। ग्वालियर किला मार्ग के चौड़ीकरण के लिए मकानों तोड़ने और सब्जी मंडी हटाने से मतदाता नाराज हैं। इनको साधने के लिए प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह तोमर ने शाह की सभा कर इंटर मैदान में की है। हालांकि, कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए माहौल बनाने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह यहां सभा कर चुके हैं।

करैरा व पिछोर से जीत बड़ी चुनौती
शिवपुरी की करैरा और पिछोर विधानसभा सीट कांग्रेस के लिए अभैद्य किला बनी हुई है। पिछोर में लगातार 6 बार से जबकि करैरा से लगातार 3 बार कांग्रेस जीतती आ रही है। कांग्रेस के इस गढ़ में सेंध लगाने के लिए केन्द्रीय मंत्री अमित शाह ने जनसभा की।

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