
MP News: साढ़े तीन साल में बन रहे सीए, AI के साथ ट्रेंड होंगे सीए, स्पेशल कोर्स लॉन्च किए।
MP News: मुश्किल परीक्षाओं में से एक है चार्टर्ड अकाउंटेंट। सफलता दर कम होने से देश में सीए की कमी है। हाल यह हैं कि 2050 तक देश को लगभग 50 लाख सीए की जरूरत होगी। वर्तमान में 5 लाख हैं। मध्यप्रदेश में करीब 13 हजार हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दौर में कदमताल के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आइसीएआइ) ने छात्रों, सदस्यों के लिए एआइ कोर्स लॉन्च किए हैं। टेक्नोलॉजी को अकाउंटेंसी प्रोफेशन में शामिल करने समिति गठित की है।
आइसीएआइ अब सीए को एआइ की ट्रेनिंग दे रहा है। सर्टिफिकेट कोर्स के तहत डेटा एनालिसिस, ड्राफ्टिंग, डिजाइनिंग, टैक्स रिटर्न, ऑडिट जैसे काम में एआइ के इस्तेमाल की जानकारी दी जा रही है। सीए एआइ का प्रयोग कर फॉर्मेटिंग, अपॉइंटमेंट लेटर, एग्रीमेंट लेटर, एक्सल शीट, केस लॉ जैसे काम करेंगे।
पहले सीए बनने में 4-5 साल लगते थे। अब 3 से साढ़े तीन साल। ज्यादातर युवा 21 से 23 साल की उम्र में ही सीए बन रहे हैं। 12वीं के बाद ग्रेजुएशन के दौरान ही कोर्स पूरा कर लेते हैं। नए सिलेबस के बाद आर्टिकलशिप की अवधि 36 से घटकर 24 माह हो गई है।
2015 तक सीए बनने के बाद 90त्न लोग प्रैिटस करते थे। अब 70-80% लोग जॉब चुन रहे हैं। वजह है 10 से 12 लाख रुपए का फ्रेशर पैकेज। इसके साथ ही देश में सीए को उच्चतम पैकेज 29 लाख और विदेश में 49 लाख रुपए सालाना तक का मिल रहा है।
लगभग हर स्तर पर तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। एसपीओएम (सेल्फ पेस्ड ऑनलाइन मॉड्यूल) टेस्ट भी ऑनलाइन हो रहे हैं। बोर्ड ऑफ स्टडीज ने एआइ वर्कशॉप शुरू की हैं।
-पंकज शर्मा, सीए, सिकासा चेयरमैन, ग्वालियर ब्रांच।
Published on:
09 Sept 2025 08:26 am
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