
The job in the fair
ग्वालियर . मैं करेरा (शिवपुरी) से हूं। मेरे पैरेंट्स किसानी करते हैं। मैंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई तो किसी तरह कर ली, लेकिन अब कॉम्पीटेटिव एग्जाम के फॉर्म फिल करने के लिए पापा से पैसे मांगने में बुरा लगता है। क्योंकि इस बार खेती ने भी साथ नहीं दिया। इसीलिए मैंने पॉकेट मनी सेव करने के लिए जॉब की। इससे मिलने वाले 13000 रुपए से मैं कॉम्पीटिशन के फॉर्म भरूंगा और फीस जमा करूंगा। यह कहना है देवेन्द्र कुमार का, जो ग्वालियर व्यापार मेले में लगे इलेक्ट्रॉनिक शोरूम पर जॉब कर रहे हैं। कुछ एेसे सपनों को पूरा करने के लिए सैकड़ों यंगस्टर्स मेले में जॉब कर रहे हैं। इनमें से कई एसे भी स्टूडेंट्स हैं, जो दो माह जॉब कर मार्केटिंग का एक्सपीरियंस ले रहे हैं, जो उनके कॅरियर में काम आएगा।
कंडीशन अच्छी न होने के चलते रोकी पढ़ाई: मेरे घर की कंडीशन अच्छी नहीं है। इसीलिए मैंने 12 वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी। मेरे पापा कुछ भी नहीं करते। मां घर पर रहती हैं। मुझसे छोटे दो भाई हैं। घर में सबसे बड़ा होने के कारण पूरी जिम्मेदारी मेरे ऊपर ही है। दो माह में मिलने वाले लगभग 15000 रुपए से मैं अपनी जरूरतें पूरी करूंगा। - मनोज राठौर
सैलरी मिलते ही सबसे पहले जमा करूंगा फीस: मैं एक निजी संस्थान से पढ़ाई कर रहा हूं, जिसकी अगले माह फीस जमा करनी है। मेरे पास पैसे नहीं थे, तब मेले में जॉब करना बेहतर ऑप्शन लगा। इसीलिए जॉब कर ली। कुछ समय बाद मुझे लगभग १७ हजार रुपए मिलेंगे, जिससे मैं कॉलेज की फीस भर सकूंगा। - राज विश्वकर्मा
पैरेंट्स गवर्नमेंट जॉब में, शौक के लिए कर रहा जॉब : मेरे मम्मी पापा गवर्नमेंट जॉब में हैं। मेरे पास पैसे की कोई कमी नहीं है। केवल शौक के लिए जॉब कर रहा हूं। क्योंकि मेरा मानना है कि मांगी गई चीज पराई होती है, जो वापस करनी होती है और खुद की चीज अपनी होती है। इसीलिए मैं जो भी पैसा कमाऊंगा। अपनी पॉकेट मनी से कोई नई चीज खरीदूंगा, जो केवल मेरी होगी। - मोहित बाथम
इंटरव्यू फेस किया, अब कर रहा कस्टमर्स डील: मैं बीएससी कर रहा हूं। मेले में शोरूम पर जॉब मैंने ढूंढी, केवल इसलिए कि एक्सपीरियंस ले सकूं। इसके लिए मैंने इंटरव्यू फेस किया, जिससे कठिनाई समझ में आए। अब कस्टमर्स को डील करने का तरीका सीख रहा हूं, जो आगे कॅरियर में मेरे काम आएगा। यहां से काफी कुछ नया सीखने को मिल रहा है। - रवि शर्मा
पैसे इकट्ठे कर एग्जाम देने जा सकूंगा बाहर: मेरी बीएससी कम्प्लीट हो चुकी है। अब मुझे कॉम्पीटिशन के कई फॉर्म डालने हैं, लेकिन अभी तक पैसा आगे आ जाता था। इसीलिए मैंने मेले में जॉब की। अब मैं सीआइएसएफ सहित अन्य फॉर्म डाल सकूंगा और एग्जाम देने बाहर जा सकूंगा। शोरूम से मिलने वाला सर्टिफिकेट भी मेरे कॅरियर के काम आएगा। - अंकित सिंह
नए लोगों से मिलने का मिल रहा मौका: मुझे लोगों से मिलना अच्छा लगता है। इसीलिए मुझे जब शिल्प बाजार से एनाउंसर के लिए ऑफर मिला, तो मैंने एक्सेप्ट कर लिया। यहां जॉब करके मेरा कॉन्फीडेंस डवलप हो रहा है और मैं नए लोगों से मिल पा रही हूं। इसके साथ ही मेले की रौनक के साथ मैंने 10 से 12 घंटे रहती हूं। बहुत अच्छा फील होता है। - ऊषा रजक
सेल्फ डिपेंड बनने के लिए कर रही जॉब : मेरा आइटीआइ कम्प्लीट हो गया है। अब मैं पुलिस की तैयारी कर रही हूं। मुझे सेल्फ डिपेंड रहना पसंद है। इसलिए मैंने पहले भी जॉब की और अपनी पॉकेट मनी के लिए पैरेंट्स से पैसे नहीं मांगे। यहां से मिलने वाली सेलरी से मैं कॉम्पीटिशन का फॉर्म डालूंगी और अपने पर्सनल खर्चे पूरे कर चुकी हूं। - बरखा पाठ्या
घर के खर्चों में हाथ बंटाने के लिए की नौकरी : मेरे पापा अब इस दुनिया में नहीं रहे। मम्मी खाना बनाने जाती हैं। मेरे दो भाई हैं। घर के खर्च में हाथ बंटाने मैंने एक कंपनी में जॉब की, लेकिन समय पर पैसा न मिलने के कारण छोड़ दी। तभी मेले के बारे में मालूम चला। यहां फ्रेंड से एप्रोच किया और जॉब मिल गई। थोड़े समय के लिए ही सही, लेकिन पॉकेट मनी तो मिल सकेगी। - सीमा सेन
Published on:
10 Feb 2019 06:07 pm
बड़ी खबरें
View Allग्वालियर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
