
MP के इस शहर में घूमने पर सांसों में घुल रहा है जहर,खबर पढ़ दंग रह जाएंगे आप
ग्वालियर। सड़कों पर काला धुआं छोडऩे वाले विक्रम टेंपो और लोंिडंग वाहनों सहित डंपिंग स्टेशनों पर कचरे में आग लगाए जाने से रहवासियों की जान तो सांसत में है। वहीं दूसरे देश और शहरों से आने वाले लोगों को भी ग्वालियर की यातायात व्यवस्था और आबोहवा पसंद नहीं आ रही है। कॉस्ट ऑफ लिविंग को लेकर सर्वे कराने वाली एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था ने जब लोगों से शहर के बारे में राय मांगी तो ज्यादातर लोगों ने हवा को खराब बताया है।
स्थानीय स्तर पर भी स्थिति यह है कि मुरार से महाराजबाड़ा तक दिन में अगर तीन चक्कर बगैर मास्क या हेलमेट के लगाए जाएं तो टेंपो के साइलेंसर से निकल रहे काले धुंए के कारण सांस के साथ ३ से ५ ग्राम के आसपास कार्बन मोनो ऑक्साइड धीरे-धीरे शरीर में पहुंच जाएगी। इसके साथ ही एलर्जी से जुड़ीं ११ से अधिक बीमारियां प्रत्येक तीसरे व्यक्ति में होने की संभावना लगातार बनी हुई है।
चिकित्सा विशेषज्ञों का भी मानना है कि बीते कुछ सालों में एलर्जी के मरीज लगातार बढ़े हैं, अब भी सावधानी न बरती तो त्वचा, आंख और स्वांस संबंधी बीमारियों से छोटे बच्चों पर सबसे ज्यादा विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।
सबसे ज्यादा खतरनाक रास्ते
मुरार बारादरी से बाड़ा
इस रूट पर सबसे ज्यादा विक्रम टैंपो चल रहे हैं। बारादरी, तानसेन होटल तिराहा, स्टेशन चौराहा, पड़ाव चौराहा, फूलबाग चौराहा, शिंदे की छावनी, फालका बाजार, ऊंट पुल, हुजरात, रॉक्सी पुल और महाराजबाड़ा पर इनके अस्तव्यस्त तरीके से खड़े होने के कारण लगातार धुआं फैलता रहता है।
मुरार से कंपू
बारादरी, थाटीपुर तिराहा, गोविंदपुरी तिराहा, सचिन तेंदुलकर मार्ग चौराहा, हाईकोर्ट तिराहा, राजमाता विजयाराजे चौराहा, माधवनगर गेट, चेतकपुरी चौराहा, अचलेश्वर चौराहा, जेएएच चौराहा, केआरजी के सामने, कंपू तिराहा पर इंजन स्टार्ट करके खड़ रहने वाले वाहन लगातार धुआं छोड़ते रहते हैं।
किलागेट से बाड़ा
किलागेट तिराहा, फूलबाग, जयेन्द्र गंज आदि जगहों पर खड़े होकर धुआं छोडऩे के साथ ही जाम का कारण भी बनते हैं।
हजीरा से बाड़ा
हजीरा चौराहा, तानसेन नगर, स्टेशन, पड़ाव चौराहा, फूलबाग सहित अन्य जगहों पर लगातार काला धुआं छोड़ते हैं।
यह कहते हैं सर्वे के आंकड़े
पीएम-10 लेवल 329 था, अब सरकारी आंकड़ों के हिसाब से इसमें सुधार है, लेकिन संतुष्टिजनक होने में बहुत समय लगेगा।
पीएम-2.5 लेवल176 था, सरकारी आंकड़ों में यह घटकर42 हो गया है, इसको सुधारने अभी वास्तविक स्थिति को भी ठीक करना जरूरी है।
Published on:
12 Jun 2018 01:46 pm
बड़ी खबरें
View Allग्वालियर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
