
ग्वालियर। सिंधिया घराने की बहू और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया (priyadarshini raje scindia) की मार्निंग वॉक सुर्खियों में आ गई है। वे शनिवार को सुबह अपने शाही महल जयविलास पैलेस से पैदल ही सड़कों पर घूमने निकल गईं। वे करीब एक किलोमीटर दूर कैंसर पहाड़ी पर स्थित प्राचीन मांडरे वाली माता मंदिर पहुंची, जहां कुछ लोगों से मुलाकात की और कैंसर पहाड़ी का नाम बदलने के लिए सभी से सुझाव भी लिया।
यह पहला मौका है जब सिंधिया घराने की महारानी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया सड़कों पर पैदल घूमते दिखाई दी हैं। प्रियदर्शिनी जीवाजी महल के जीवाजी क्लब गेट से पैदल ही मांडरे की माता मंदिर की तरफ आगे बढ़ गईं। सिंधिया घराने की महारानी को अपने बीच पाकर आम जनता हैरान थे। प्रियदर्शिनी ने लोगों के साथ पकौड़े खाए और सेल्फी भी ली। जय विलास पैलेस (jai vilas palace) के म्यूजियम में शुरू हो रहे महोत्सव के वेंडर्स के उत्पादों को आमजन से रूबरू कराने के लिए उन्होंने शनिवार को मांडरे की माता परिसर में स्टाल लगाने की व्यवस्था की थी।
लोगों के बीच क्यों जा रही हैं प्रियदर्शिनी
लोगों से मुलाकात और चर्चा के दौरान प्रियदर्शिनी ने कहा कि मैं यहां की बहू हूं, मुझे यहीं रहना है। और सबके साथ ग्वालियर को स्वच्छ, विकसित और अच्छा बनाने का प्रयास करना है। प्रियदर्शिनी ने कहा कि इसके लिए हम सबको प्रयास करना होंगे और तभी हमारे घर को फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि ग्वालियर हम सबका घर है। प्रियदर्शिनी ने कहा कि अक्सर वे यहां से शिवपुरी सुलतानगढ़ गुना और आसपास के इलाकों में जाती हैं। इसलिए यहां पर रहने वाले लेगों को वे जानती भी हैं, लेकिन उन्हें हमेशा से कभी अच्छा नहीं लगा कि इस खूबसूरत पहाड़ी का नाम कैंसर पहाड़ी है, जबकि मध्यप्रदेश के यहां दो बड़े अस्पताल हैं, जो लोगों को नया जीवन देते हैं, साथ ही खूबसूरत प्लांटेशन और खुली हवा है। इसके बावजूद इसका नाम कैंसर पहाड़ी कहा जाता है। इसे सुनकर सभी लोग निगेटिव फील करते हैं। प्रियदर्शिनी ने लोगों से कहा कि क्यों न हम ऐसा कुछ नाम रखे, जिसे सुनकर सभी लोग पाजिटिव फील करें और लोग खुश भी हों। प्रियदर्शिनी ने कहा कि हम सभी लोगों से रोज वाकिंग करने के दौरान मिलकर तय करेंगे। दो-तीन नाम है, जिन पर लोगों से चर्चा चल रही है।
यह हो सकते हैं नाम
प्रियदर्शिनी ने लोगों से चर्चा के बाद कहा कि कैंसर पहाड़ी का नाम शीतल संजीवनी पहाड़ी समेत दो अन्य नामों पर विचार चल रहा है। इस दौरान प्रियदर्शनी राजे सिंधिया का सहज सरल और अलग अंदाज भी देखने को मिला। प्रियदर्शिनी ने पकौड़ी का लुत्फ भी उठाया और लोगों के साथ अपने मोबाइल फोन से सेल्फी भी ली। महारानी से चर्चा के बाद लोगों ने उनके इस कदम को सराहा है।
ज्योतिरादित्य और महाआर्यमन भी सक्रिय हैं
केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में आने के बाद से अलग अंदाज में लोगों से मिलते हैं। वे अक्सर आम लोगों के बीच में चले जाते हैं, भाजपा के कार्यकर्ताओं के घर पहुंच जाते हैं। दिल्ली में रहकर भी सिंधिया का ग्वालियर, इंदौर और भोपाल आना-जाना लगातार बना हुआ है। अब क्रिकेट एसोसिएशन में कदम रखने वाले महाआर्यमन सिंधिया भी समय-समय पर आम लोगों से मिलने जाने लगे हैं। महाआर्यमन ग्वालियर डिवीजनल क्रिकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष हैं और हाल ही में मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के भी सदस्य बनाए गए हैं।
आंत्रप्रेन्योर की भी मदद करती हैं प्रियदर्शिनी
प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया आंत्रप्रेन्योर को भी जोड़कर उन्हें प्लेटफार्म देने में मदद करती हैं। इसके लिए जय विलास म्यूजिम में एकम नामक उत्सव की भी शुरुआत कर चुकी है। इस साल यह उत्सव 23 से 25 दिसंबर के बीच होने वाला है। यह उत्सव केवल ग्वालियर, चंबल नहीं बल्कि पूरे मध्यप्रदेश के आंत्रप्रेन्योर, डिजाइनर, कलाकार और विभिन्न क्षेत्रों के आर्ट के काम में लगे युवक और युवतियों को एक प्लेटफार्म है। यहां आइडिया का आदान-प्रदान भी किया जाता है।
Updated on:
10 Dec 2022 05:03 pm
Published on:
10 Dec 2022 05:01 pm
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