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सीटी स्कैन सेंटर पर संक्रमण का खतरा…. न मशीन सैनेटाइज होती है न टेबल

सीटी स्कैन सेंटरों पर नहीं हो रहा कोविड नियमों का पालन, जांच करते समय कर्मचारी भी नहीं पहनते पीपीई किट

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ग्वालियर. कोरोना संक्रमण का खतरा जैसे-जैसे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे लापरवाही भी बढ़ती जा रही है। संक्रमण का पता लगाने के लिए लोग सीटी स्कैन की तरफ भी रुख कर रहे हैं, लेकिन अगर आप जांच कराने जाएं तो पूरी सुरक्षा के साथ, क्योंकि ऐसा न हो कि यहां आकर पर संक्रमित हो जाओ। क्योंकि यहां जरा भी कोविड नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। हर मरीज के बाद यहां न तो मशीन को सैनेटाइज किया जा रहा है और न ही वहां रखी टेबल को। जबकि अगर इस मशीन पर कोई संक्रमित मरीज जांच कराता है तो दूसरे मरीज को कोरोना संंक्रमित होने का खतरा बढ़ेगा।

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हालत इतने खराब है कि सीटी स्कैन करने वाला कर्मचारी भी बिना पीपीई किट पहने सीटी स्कैन कर रहा है। इससे कोरोना संक्रमण घटने की बजह बढऩे का खतरा पैदा हो गया है। शहर में इन दिनों निजी सीटी स्कैन सेंटरों पर सुबह से शाम तक मरीजों की भीड़ है। महंगे दामों पर सीटी स्कैन करने वाले संचालक नियमों का पालन बिल्कुल भी नहीं कर रहे है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग के साथ प्रशासनिक टीम का भी इस ओर ध्यान नहीं है। इसके चलते इस कोरोना काल में आंख बंद करके कोविड के नियमों की अवहेलना की जा रही है।

सीटी स्कैन करने से यह नियम होने चाहिए
- सीटी स्कैन करते समय दिन में बार पूरा सैनेटाइज करना चाहिए।
- सीटी स्कैन करते समय कर्मचारी को पीपीई किट पहनना चाहिए।
- सीटी स्कैन की मशीन को हर बार सैनेटाइज करना चाहिए।
- कोविड़ पॉजिटिव और निगेटिव मरीजों को अलग-अलग व्यवस्था करना चाहिए।
- पॉजिटिव और निगेटिव मरीजों के बीच में अंतर होना चाहिए।

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बीस दिन से करा रहे इलाज
कोविड संक्रमण होने से पहले चंबल कॉलोनी स्थित गायत्री विहार में रहने वाले पीपी श्रीवातस्व ने 20 अप्रेल को पड़ाव स्थित विद्या एमआरआइ सेंटर पर सीटी स्कैन कराया। सीटी स्कैन के बाद से ही पॉजिटिव आने के बाद वह अब 15 दिन से अस्पताल में इलाज ही करा रहे हैं। उनका कहना है कि सीटी स्कैन करते समय जरा भी सावधानी नहीं रखी जा रही है।

छत्री बाजार नागदेवता मंदिर स्थित व्यापारी अजय कामरा ने हॉस्पिटल रोड स्थित वीनस सीटी स्कैन पर 3 मई को सीटीस्कैन कराई । उन्होंने बताया कि सेंटरों पर पता ही नहीं चलता कि कौन पॉजिटिव है और कौन नेगेटिव। इस कदर भीड़ में नंबर ही लगना मुश्किल हो रहा है। यहां पर भी कोविड के नियमों का पालन नहीं हो रहा है।
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गेड़ेवाली सड़क पर रहने वाली ज्योति श्रीवास्तव ने 28 अप्रेल को वीनस सीटी स्कैन पर सीटी स्कैन कराई। जहां पर कोई भी पीपीई किट तो छोडि़ए, कुर्सियों पर बैठने पर भी सैनेटाइज नहीं हो रहा था। इतनी भीड़ थी यह भी किसी को नहीं पता था कि आने वाले पॉजिटिव है या निगेटिव।

जेएएच में हर दिन 30 हो रही सीटी स्कैन
जेएएच के डॉ. अमित जैन ने बताया कि जेएएच में हर दिन लगभग 30 तक सीटी स्कैन हो रही हैं। यहां पर पॉजिटिव और निगेटिव का समय निर्धारित है। यहां पर दोपहर 1 से शाम 4 बजे तक पॉजिटिव मरीजों की ही सीटी स्कैन हो रही है। सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा ने बताया कि शहर के निजी सीटी स्कैन सेंटरों पर कोविड के नियमों का पालन नहीं हो रहा है। इसकी जानकारी हमको मिली है। इस पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
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