
ग्वालियर. बॉलीबॉल के स्टेट लेबल के खिलाड़ी रह चुके देवेन्द्र भदौरिया ने गलत संगत में पडकऱ स्मैक का एक कश क्या लगाया हमेशा के लिए खेल मैदान से नाता टूट गया। नशा करना और नशे का सामान बेचना ही उसका पेशा रह गया है। हजीरा पुलिस ने देवेन्द्र को बुधवार की रात पांच लीटर अवैध कच्ची शराब के साथ पकड़ा है। वह स्मैक की जुगाड़ करने के लिए कच्ची शराब बेचता है। हजीरा थाने में उसके खिलाफ करीब 10 से 12 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
हजीरा थाना प्रभारी आलोक सिंह परिहार ने बताया कि बुधवार की रात को सूचना मिली थी कि बिरला नगर लाइन नंबर-1 में रहने वाला देवेंद्र सिंह भदौरिया अवैध शराब सप्लाई करने के लिए जा रहा है। बिरला नगर श्याम खाटू के मंदिर के पास संदेही की तलाश में एसआइ आनंद कुमार व एएसआइ शैलेंद्र सिंह चौहान की टीम को लगाया गया। रात में देवेंद्र को पांच लीटर की कट्टी के साथ पकड़ा। कट्टी खोलकर देखने पर उसमें पांच लीटर कच्ची शराब निकली।
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पुलिस ने जब थाने लाकर उससे पूछताछ की तो उसने अपने अतीत का पन्ना खोलकर रख़ दिया। हवालात में जब उसने स्टेट लेबल खिलाड़ी होने की बात बताई तो सब हैरान रह गए। देवेंद्र ने पुलिस से कहा कि वह स्मैक छोडऩा चाहता है, लेकिन उसे किसी का सहयोग नहीं मिलता है। हर कोई उससे अब नफरत करता है, इसलिए वह स्मैक के साथ अपराध के दल-दल में धंसता जा रहा है।
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नेशनल लेबल का खिलाड़ी होता देवेन्द्र
देवेंद्र को वर्तमान लोग उसके गलत कामों की वजह से नफरत भरी दृष्टि देखते हैं लेकिन एक समय था मोहल्ले के लोग उस पर गर्व करते थे। वह स्कूल स्तर पर अंडर 19 बॉलीबॉल में स्टेट तक खेल चुका है। लेकिन नशे ने उसे घृणा का पात्र बना दिया। देवेन्द्र अगर नशे को नहीं अपनाता तो हो सकता था वह भविष्य का नेशनल या उससे भी आगे का खिलाड़ी होता।
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Published on:
30 Jul 2021 09:09 am
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