
मेरे पास जीने का दूसरा रास्ता नहीं बचा है बच्चों, मुझे माफ करना
ग्वालियर। शहर के उपनगर ग्वालियर की शांति बिहार कॉलोनी में एक युवक ने अपने घर में बनी किचन में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है,जिसमें मृतक ने खुदकुशी करने का पाप करने के लिए अपने बच्चों से माफी मांगी है। उसने खुदकुशी किन कारणों से की यह स्पष्ट नहीं हुआ है। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार ग्वालियर उपनगर की शांति बिहार कॉलोनी में ट्रांसपोर्ट कंपनी के कर्मचारी दिनेश शर्मा पुत्र शिवचरण शर्मा ने बुधवार गुरुवार की रात को किचन में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सुबह जब दिनेश की पत्नी नीतू शर्मा किचन में चाय बनाने के लिए पहुंचीं तो उसके होश उड़ गए क्योकि उसका पति दिनेश फांसी पर लटका हुआ था। घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
घटनास्थल पर जब पुलिस ने मृतक की तलाशी ली तो उसे उसकी जेब से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। सुसाइड नोट में युवक ने लिखा है कि बच्चों मुझे माफ कर देना। मैं जो यह करने जा रहा हूं, बहुत बड़ा पाप है। मेरे पास जीने का कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है। यह किसी को मत बताना कि मैंने फांसी लगाई,सब को बताना अटैक पड़ा, क्योंकि अमन को जीने नहीं देंगे।
डिप्रेशन में थे पापा
पुलिस ने जब मृतक के बेटे अमन(17) से पूछताछ की तो उसने बताया कि कुछ दिनों से पापा डिप्रेशन में थे। उनसे मैंने कई बार पूछा लेकिन उन्होंने डिप्रेशन का कोई कारण नहीं बताया। वहीं पति की मौत के बाद पत्नी का भी रो रोकर बुरा हाल है। मृतक के बेटे अमन के अलावा उसका सात माह का छोटा बेटा अर्नव भी है।
ये बहुत बड़ा पाप है
पुलिस को मिले सुसाइड नोट में दिनेश ने लिखा है कि बच्चों मुझे माफ कर देना। मैं जो यह करने जा रहा हूं, ये बहुत बड़ा पाप है। मेरे पास जीने का कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है। किसी को मत बताना कि मैंने फांसी लगाई,सब को बताना अटैक पड़ा,क्योंकि अमन को जीने नहीं देंगे।
Published on:
15 Nov 2019 10:40 am
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