गो रक्षा दल की स्थानीय शाखा के अध्यक्ष लवली कम्बोज ने बताया कि मगलंवार को सुबह ११बजे बाद वह व अन्य साथी वारड न.७ से एक लावारिस बीमार गाय को छोङने गो शाला गये,तो वहां की विकट स्थिति देख वह हैरान रह गये।
सात आठ गो वशं म्रृत पङा था, एक बीमार बछङा जिस पर कपडा आदि डाला हुआ था वह मरणासन्न की स्थिति मे था।
उसने पत्रिका को पूरी स्थिति से अवगत करवाते हुए बताया कि जब उसने वहां नियुक्त कर्मचारी के नही होने पर परिवार की महिला से इस सम्बंध मे पूछा तो उसने बताया कि कुछ गो वशं बीमार था,उनकी मोत हुई है।
इन को उठाने के लिये ,म्रृत जानवर उठाने वाले ठेकेदार को फोन कर दिया है ,वह कुछ ही देर मे आकर सभी म्रृत गो वशं को उठा कर ले जायेगा।
गो रक्षा दल के कार्यकर्ता ने जब यह जानकारी चाही कि बीमार गो वश के उपचार यहां कया व्यवस्था है तो बताया गया कि पशु चिकित्सक आता तो है परतु अब नही आया।
गो शाला संचालन कमेटी के सदस्य पूर्व सरपंच जगतार सिंह ने पत्रिका को बताया कि समय समय पर पशु चिकित्सक बीमार गो वशं को देखने के लिए आता हैं।