
हरिके बैराज का पौंड लेवल 690 करने पर राजस्थान को मिल सकता है 18000 क्यूसेक पानी
हरिके बैराज का पौंड लेवल 690 करने पर राजस्थान को मिल सकता है 18000 क्यूसेक पानी
-पंजाब और राजस्थान के अभियंताओं के संयुक्त दल ने बैराज पर जाकर पाक जा रहे पानी को रोकने को लेकर तलाशी संभावनाएं
-पौंड लेवल ६८९ को बढ़ाकर ६९० करने के अलावा गेटों की संख्या बढ़ाने का विकल्प भी सुझाया
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हनुमानगढ़. हरिके हैड से पाक जा रहे पानी को रोकने को लेकर मंगलवार को पंजाब और राजस्थान के अभियंताओं के संयुक्त दल ने खूब माथापच्ची की। इस दौरान पानी रोकने को लेकर विभिन्न तरह की संभावनाएं तलाशी गई। अभियंताओं ने पाकिस्तान क्षेत्र में जा रहे पानी को रोकने को लेकर हरिके बैराज का पौंड लेवल बढ़ाने के साथ ही बैराज पर लगे गेटों की संख्या बढ़ाने का विकल्प भी सुझाया। इन प्रस्तावों के अनुसार काम करने पर इंदिरागांधी मुख्य नहर में १८००० क्यूसेक से अधिक पानी चलाना संभव हो सकेगा। वर्तमान में इसकी क्षमता १५००० क्यूसेक होने से राजस्थान की नहरों को तय डिजाइन के अनुसार पानी नहीं मिल पा रहा है। इसके कारण सर प्लस पानी को पाकिस्तान भेजना पड़ रहा है। अभियंताओं के दल ने पानी रोकने को लेकर जो फार्मूले तैयार किए हैं, उसका लाभ राजस्थान जैसे प्रदेश को तभी मिलेगा, जब इंदिरागांधी मुख्य नहर की रीलाइनिंग पूरी हो जाएगी। जल संसाधन उत्तर संभाग हनुमानगढ़ के मुख्य अभियंता विनोद कुमार मित्तल ने बताया कि राजस्थान और पंजाब के सीएम के बीच हुई समन्वय बैठक में यह तय किया गया था कि पाकिस्तान जा रहे पानी को रोकने को लेकर पंजाब और राजस्थान के अभियंताओं का संयुक्त दल तीस जुलाई को हरिके बैराज स्थल का निरीक्षण करेगा। इसके तहत सोमवार को पानी रोकने को लेकर सभी तरह की संभावनाओं पर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि हरिके बैराज का एक फुट पौंड लेवल बढ़ाने पर राजस्थान को १८१०० क्यूसेक पानी मिलना संभव हो सकेगा। वर्तमान में हरिके बैराज का पौंड लेवल ६८९ फीट है। इसका पौंड लेवल ६९० फीट करने पर राजस्थान की नहरों को तय डिजाइन के अनुसार पानी मिलने लगेगा। इस प्लान के अलावा हरिके बैराज पर दो नए गेट लगाने योजना भी अभियंताओं ने तैयार की। बताया जा रहा है कि पहले तो पंजाब सरकार हरिके बैराज के हैड रेग्यूलेटर की क्षमता बढ़ाने को तैयार ही नहीं हो रहा था। लेकिन अब २५ जुलाई केा राजस्थान के सीएम के साथ पंजाब के सीएम की हुई समन्वय बैठक मेें दोनों सीएम के प्रयासों से ऐसा संभव हो सकेगा। दोनों राज्यों की अभियंताओं ने पाक जा रहे पानी को रोकने को लेकर कई तरह की योजनाएं बनाने के साथ ही पानी का फार्मूला तैयार कर इसकी ड्राइंग को डिजाइन सेंट्रल चंडीगढ़ भेजने का निर्णय लिया। इस मौके पर पंजाब के मुख्य अभियंता जोगेंद्र पाल सिंह के अलावा राजस्थान के कई अभियंता मौजूद रहे। सभी ने मिलकर पानी रोकने को लेकर डिजाइन तैयार की। गौरतलब है कि पाक जा रहे पानी को रोकने के लिए राजस्थान पत्रिका ने ‘मुल्क में रहे मुल्क का पानी’ शीर्षक से मुहिम चलाकर लोगों को जागरूक किया। इस अहम मुद्दे को लेकर विधायक भी गंभीर हुए और विधानसभा में जोरदार तरीके से उठाया। सीएम अशोक गहलोत ने बजट घोषणा में ऐलान करते हुए पाक जा रहे पानी को रोकने की घोषणा की। इसके बाद २५ जुलाई को पंजाब के सीएम से मिलकर गहलोत ने इसे लेकर ठोस योजना बनाने को लेकर पहल की। इसके बाद अब अभियंताओं की टीम ने हरिकै बैराज जाकर तकनीकी स्तर पर संभावना तलाश करके पानी रोकने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। दोनों राज्यों के बीच आपसी समन्वय का दौर इसी तरह से जारी रहने पर निश्चित तौर पर इसका लाभ राजस्थान के किसानों को मिलेगा।
Published on:
30 Jul 2019 09:54 pm
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