
उद्यान विभाग ने किसानों को किया सतर्क
Raj Kisan Sathi Portal : उद्यान विभाग ने किसानों को सतर्क किया। कहा-सही कंपनी का चयन नहीं करने पर किसान अपने खेत में सोलर पंपसेट लगाने से वंचित रह सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि वह अनुबंधित कंपनी का ही चयन करें। कुछ किसानों की ओर से किए गए आवेदन में इस तरह की कमियां देखने को मिली है। आवेदनों को जांचने के बाद उद्यान विभाग ने पांच से बीस जून तक इन कमियों को सुधारने का समय किसानों को दिया है। ताकि निर्धारित अवधि में कमियां पूर्ण करने पर ऐसे आवेदनों को निरस्त होने से बचाया जा सके। आवेदन दुरुस्त होने के बाद किसानों के खेत में सोलर पम्पसेट की स्थापना की जा सकेगी।
किसानों से आग्रह किया गया है कि वह आवेदन में नवीनतम जमाबंदी व नक्शा जो छह माह से पुरानी में नहीं हो, वह तत्काल अपलोड करवा दें। इसके अलावा कृषक की ओर से जलस्रोत होने व डीजल चालित संयंत्र से सिंचाई करने का स्व घोषित शपथ पत्र भी देना होगा। विद्युत कनेक्शन नहीं होने एवं पूर्व में सौर ऊर्जा संयंत्र पर अनुदान नहीं लेने का स्व घोषित शपथ पत्र भी साथ लगाना होगा। अनुमोदित फर्मों में से किसी एक फर्म का चयन करके इसकी रिपोर्ट करनी होगी।
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बैक टू सिटिजन की गई पत्रावलियों से संबंधित कृषकों से अनुरोध किया गया है कि राज्य स्तर से अनुमोदित की गई कंपनियां में से किसी एक का चयन अपनी इच्छा अनुसार करें। जबकि कुछ कृषकों की ओर से तीन एवं पांच एचपी के लिए टाटा कंपनी का चयन कर लिया गया है। यह राज्य स्तर के पैनल की सूची में नहीं है। अत: ऐसे आवेदनों में कृषकों से आग्रह है कि सही कंपनी का चयन कर अपने आवेदन को अपडेट करवाएं।
बीते दो वर्षों में आंवटित लक्ष्य की बात करें तो कुल सात हजार सोलर पम्पसेट लगाने का लक्ष्य हनुमानगढ़ जिले को आवंटित किया गया। इसके तहत करीब तेरह हजार आवेदन आए हैं। साठ प्रतिशत अनुदान इस पर देय है।
सोलर पंप सेट लगाने के इच्छुक किसानों की सुविधा को देखते हुए उक्त योजना में आवेदन करने वाले किसानों के आवेदन को दुरुस्त करवाया जा रहा है। राज किसान साथी पोर्टल पर आवेदन री -ओपन कराए जा रहे हैं। यह कार्य आवेदक किसान की ओर से नजदीकी ई-मित्रा पर जहां से आवेदन ऑनलाइन किया है या स्वयं के मोबाइल से राज किसान पोर्टल पर पूर्व में किए गए ऑनलाइन आवेदन में इच्छित डॉक्यूमेंट अपलोड करवा सकता है।
कृषि विभाग हनुमानगढ़ में आत्मा प्रोजेक्ट के उप निदेशक रमेशचंद्र बराला के अनुसार कुसुम योजना में ऑनलाइन आवेदन के समय कुछ किसानों ने दस्तावेज संबंधी कमियां कर रखी है। इससे इनके आवेदन निरस्त हो सकते हैं। आवेदनों की छंटनी करने के बाद हमने इन कमियों को दुरुस्त करने के लिए किसानों को करीब एक पखवाड़े का समय दिया है। इस अवधि में यदि किसान कमियां पूरी कर देते हैं तो उनके आवेदन मान्य हो जाएंगे। कमियां पूर्ण नहीं करने पर उनके आवेदन निरस्त हो सकते हैं।
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Updated on:
04 Jun 2024 08:11 pm
Published on:
04 Jun 2024 08:00 pm
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