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हनुमानगढ़। कृषि प्रधान जिला होने के चलते हनुमानगढ़ जिले में पशुपालन का कार्य भी बड़े स्तर पर हो रहा है। वहीं राज्य में पशुपालकों को नए पशु खरीदने के लिए बिना ब्याज एक लाख रुपए तक का ऋण मिल सकेगा। इससे पशुपालन व्यवसाय को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। पशुपालन व गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत के अुनसार बजट घोषणा के बाद सरकार इसे जल्द जमीन पर लाने की तैयारी में है।
राजस्थान में रोजगार की दृष्टि से दूसरा सबसे बड़ा व्यवसाय पशुपालन ही है। राज्य सरकार ने दुधारू पशुओं के लिए बीमा की भी शुरुआत की है। पशुपालक नए पशु खरीद सकें, इसके लिए गोपालक कार्ड बनाया जाएगा। जिसके माध्यम से पशुपालक एक लाख रुपए तक का बिना ब्याज के लोन ले सकेंगे।
इसके अलावा सरकार ने हर पंचायत में गोशाला तथा प्रत्येक पंचायत समिति में नंदी शाला खोलने की घोषणा की है। इसके लिए नई गोशाला खोलने पर गोशाला संस्था द्वारा 10 लाख रुपए राशि खर्च करने पर 90 लाख की आर्थिक सहायता दी जा रही है। गायों के लिए अनुदान में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। हनुमानगढ़ जिले की बात करें तो यहां पर करीब साढ़े पांच लाख गोवंश हैं। इनमें से एक लाख 20 हजार पशु गोशाला में हैं। जिले में इस समय करीब 255 गोशालाएं चल रही है।
जिले के पशुओं को मुंहपका और खुरपका रोग से बचाव के लिए टीके लगाने का काम 26 अगस्त से शुरू होने जा रहा है। इसमें विभाग के वैक्सीनेटर घर-घर जाकर टीके लगाते हुए उन्हें ईयर टैग करेंगे। यह अभियान जिले में केन्द्र प्रवर्तित योजना के तहत चलाया जाएगा। नि:शुल्क टीकाकरण के दौरान पशुओं को ईयर टैग लगाना आवश्यक होगा। ईयर टैग लगवाने से पशुओं में किसी प्रकार से स्वास्थ्य संबंधित परेशानी नहीं होती है। पशुओं के लिए लगभग सात लाख से अधिक वैक्सीन हनुमानगढ़ कार्यालय को प्राप्त हो चुकी है।
Published on:
23 Aug 2024 09:32 pm
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