होटल में ठहरे, फुटेज से पकड़ में
एसपी प्रीति जैन ने बताया कि वारदात स्थल, होटल आदि की सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान कर संदिग्ध मदन सोनी पुत्र रामकिशन सोनी को दस्तयाब कर कड़ी पूछताछ की तो उसने बैंक के सहायक मैनेजर संजयसिंह शेखावत के सहयोग से वारदात को अंजाम देना स्वीकारा। आरोपी संजय सिंह ने बैंक में अपने कार्यकाल के दौरान लोगों की फर्जी आईडी से खाते खोलकर गोल्ड लोन उठा रखा था। इस गड़बड़झाले को दबाने के लिए उसने मदन सोनी के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई। इसके लिए गैंग तैयार की गई। लूट में इस्तेमाल के लिए हनुमानगढ़ जंक्शन से मोटर साइकिल खरीदी गई।
गौरतलब है कि 15 मार्च की दोपहर दो अज्ञात जनों ने बैंक के चैनल गेट पर लगी घंटी बजाई। मोबाइल फोन पर बात करते आए बैंक कर्मचारी ने गेट खोला तथा उनको भीतर प्रवेश दे दिया। इसके बाद गेट पर पुन: ताला लगा दिया। दोनों में से एक जने ने बैंक कर्मचारियों पर पिस्तौल तानकर जान से मारने की धमकी दी। फिर बैंक कर्मचारी से लॉकर खुलवा कर उसमें रखी नकदी तथा सोना दूसरे बदमाश ने साथ लाए बैग में डाल लिया। चार मिनट में वारदात को अंजाम देकर बाहर चले गए। पुलिस को आसपास के लोगों ने बताया कि भीतर घुसे बदमाशों ने पहले बैंक शाखा के पास खड़े ट्रक के पास अपनी बाइक खड़ी की। फिर बैंक में घुसे। सीसीटीवी फुटेज में एक और संदिग्ध नजर आया जो बाइक पर बैंक के बाहर के हालात पर नजर रखे हुए था। इस प्रकार लुटेरों की संख्या तीन बताई गई। नकदी और सोने के साथ अज्ञात लुटेरे बैंक कर्मचारियों के दो मोबाइल फोन भी अपने साथ ले गए थे। वारदात के समय बैंक में तीन कर्मचारी मौजूद थे।