11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

स्कूल में फहराया उल्टा तिरंगा, शिकायत अधिकारी तक पहुंची तो दौड़ते-भागते शिक्षक पहुंचे स्कूल

स्कूल में फहराया उल्टा तिरंगा, शिकायत अधिकारी तक पहुंची तो दौड़ते-भागते शिक्षक पहुंचे स्कूल

less than 1 minute read
Google source verification
स्कूल में फहराया उल्टा तिरंगा, शिकायत अधिकारी तक पहुंची तो दौड़ते-भागते शिक्षक पहुंचे स्कूल

स्कूल में फहराया उल्टा तिरंगा, शिकायत अधिकारी तक पहुंची तो दौड़ते-भागते शिक्षक पहुंचे स्कूल

संगरिया.

भारत का झंडा राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है। लेकिन गांव मानकसर के 2 एसटीबी रेलवे स्टेशन राजकीय प्राथमिक विद्यालय में गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को उल्टा फहरा दिया। दोपहर तक ध्वज उल्टा लहराता रहा, लेकिन कार्मिकों का इस ओर कोई ध्यान नहीं गया।

बीईईओ कार्यालय में मामले की सूचना दी गई

जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह कुछ युवकों नीरज सिहाग, नितिन, बलवीर मलिंगा व छिंदासिंह बुट्टर की नजर उल्टे फहराते ध्वज पर गई तो उन्होंने जिम्मेदारों को गलती का एहसास कराने का प्रयास किया। लेकिन संबंधित शिक्षकों से संपर्क नहीं हो सका। बाद में संगरिया बीईईओ कार्यालय में मामले की सूचना दी गई।

दौड़ते-भागते आए स्कूल

मामला उजागर होने के बाद कार्मिकों को अपनी गलती का एहसास हुआ तो मानो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई वह दौड़ते-भागते स्कूल आए और ध्वज को बाद दोपहर तीन बजे सही फहराया।

तीन साल की सजा तक हो सकती है

थाना प्रभारी इंद्र कुमार के अनुसार ध्वज फहराते समय केसरिया रंग ऊपर और हरा रंग नीचे की तरफ रहना चाहिए। सरकारी आवास या दफ्तर पर राष्ट्रीय ध्वज को उल्टा फहराना या अन्य किसी तरह से अपमान करना कानूनन जुर्म है। इस संबंध में सजा का प्रावधान है, तीन साल की सजा तक हो सकती है। उधर, बीईईओ सुभाषचंद्र घोटिया ने बताया कि सूचना आते ही एचएम को भेजकर तिरंगा सही करवा दिया। उन्होंने बताया कि ऐसा भूलवश हो गया।

यह भी पढ़ें...

जानिए कौन हैं पद्मश्री तक पहुंचने वाले हिम्मताराम भाम्भू, जिनसे राष्ट्रपति भी कर चुके हैं चर्चा

मालगाड़ी के दो डिब्बे अचानक उतरे पटरी से, मची अफरा-तफरी, दो ट्रेन रद्द...


इंसानियत शर्मसार: घर में अकेली थी 60 साल की बुजुर्ग महिला, दो भाईयों ने किया बलात्कार