21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

खेती के लिए अमृत समान है नीम का पेड़

—अफसर खेतों में जाकर किसानों को बता रहे नीम की अहमियत खेती में नीम का अहम योगदान है। इसके उपयोग से किसान हर प्रकार के कीट, रोग, फ फ ंूद, बैक्टीरिया के प्रकोप का प्रबंधन कर सकते हैं। खेत को रसायनमुक्त कर सकते हैं। नीम कीटनाशी अन्य कीटनाशी रसायनों से अलग होता है।

less than 1 minute read
Google source verification
खेती के लिए अमृत समान है नीम का पेड़

खेती के लिए अमृत समान है नीम का पेड़

कृषि विभाग किसानों को कर रहा प्रेरित
नीम के गुणों को देखते हुए हनुमानगढ़ जिले में कृषि विभाग भी किसानों को इसके पेड़ लगाने के लिए प्रेरित कर रहा है। कृषि अधिकारी नीम की महत्ता के लिए जागरूकता शिविर लगा रहे हैं। अनाज भंडारण में नीम पत्तियों का उपयोग होता है। नीम की खल, अर्क, तेल, रस सभी में एजेडिरेकटीन पाया जाता है।

प्रकृति का अनुपम उपहार
नीम का पेड़ प्रकृति का अनुपम उपहार माना जाता है। इसके पत्तों से तैयार उत्पादों का कीट नियंत्रण अलग अंदाज में होता है। नीम से बनाई दवा दुनिया में सबसे अच्छी कीट नियंत्रण दवा मानी जाती है। कुछ कंपनियां इसकी निम्बोलियों व पत्तियों से बनाई गई कीटनाशक दवाएं महंगे दामों पर बेच रही हैं।

इनका कहना है...
किसानों को चाहिए कि वह खेत के चारों तरफ अधिक से अधिक नीम के पेड़ लगाए। इस पेड़ के प्रत्येक भाग का उपयोग खेती में करने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी बढ़ती है।
बी.आर.बाकोलिया, सहायक निदेशक, कृषि विभाग, हनुमानगढ़

पुरुषोत्तम झा — हनुमानगढ़