
हरदा. साइबर हैकरों ने केंद्रीय निर्वाचन आयोग की वेबमाइट को ही हेक कर लिया। ठीन माह में हैकर ने 10 हजार से ज्यादा बोटर आइडी कार्ड बना डाले। उत्तरप्रदेश पुलिस की साइबर सेल ने सहारनपुर के मच्छर लड़ी गांव से आरोपी युवक विपुल सेनी को गिरफ्तार किया है। उसके बैंक खाते से 60 लाख रुपए मिले हैं। पूछताछ में बिपुल ने बताया कि यह मध्य प्रदेश के हरदा निवासी अरमान मलिक के इसारे पर काम कर रहा था। पुलिस ने दो कंप्यूटर जब्त किए गए है। फिलहाल, अरमान दिल्ली में रह रहा है।
हैकर विपुल ने किया है बीसीए
विपुल ने गंगोह स्थित शोभित यूनिवर्सिटी से बीसीए किया है। बीसीए की पढ़ाई के दौरान ही विपुल साथियों के इंटरनेट से जुड़े मुद्दों को सॉल्व कर देता था। क्लास में उसे सहपाठी साइबर एक्सपर्ट कहते थे।
तीन माह से कर रहा था हैकिंग
विषुल गत तीन महीने से आयोग की वेबसाइट में घुसपैठ कर रहा था। अरमान उसे जो टास्क देता था वह दिन भर में पूरा करके उसकी डिटेल रात को भेज देता था। प्रति आइकार्ड उसे 100 से 200 रुपए मिलते थे।
हैक नहीं हो सकती साइट- आयोग
दो साल पहले केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने दावा किया था कि साइट हैक नहीं हो सकती है। साइबर सुरक्षा अफसरों की नियुक्ति के साथ थर्ड पार्टी ऑडिट की व्थायवस्था की थी। आयोग ने एचटीटीपीएस यानी हाइपरटेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल सिक्योर पर स्विच किया था। साथ ही एसएसएल सर्टिफिकेट को अपने डॉमेन में शामिल किया था।
Published on:
13 Aug 2021 09:50 am
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