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ये कोई हरा भरा खेत नहीं, बारूद का ढेर है, होश उड़ा देगा Video

- ये कोई हरा भरा खेत नहीं है- बल्कि एक सुतलीबम का कारखाना है- घटना स्थल से 1 कि.मी दूर है फैक्ट्री- यहां भी मौजूद है बारूद का जखीरा- सुभाष ठाकुर की खास रिपोर्ट

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ये कोई हरा भरा खेत नहीं, बारूद का ढेर है, होश उड़ा देगा Video

सुभाष ठाकुर की रिपोर्ट

मध्य प्रदेश के हरदा जिले में मंगलवार को पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण हादसे में अबतक 14 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि हादसे में 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं। वहीं घटना के बाद जहां एक तरफ प्रशासन ने अवैध पटाखा पैक्ट्रियों पर कार्रवाई शुरु कर दी है तो वहीं घटना के बाद से ग्राउंड जीरों के साथ साथ हरदा शहर पहुंची पत्रिका की टीम के कैमरों में एक हैरान कर देने वाला नजारा कैद हुआ।

जिले में जिस स्थान पर स्थित पठाखा फैक्ट्री में भीषण ब्लास्ट हुए उससे मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर ग्राम रहटा में सुतली बम की एक और फैक्ट्री है। पत्रिका की टीम जब इस फैक्ट्री में पहुंची तो यहां का नजारा देख हैरान रह गई। कुछ देर के लिए तो ऐसा लगा मानों ये कोई हराभरा खेत हो, लेकिन असल में ये एक सुतली बमों की फैक्ट्री है, जहां भारी तादाद में बम बनाकर के लिए सुखाए जा रहे हैं। फैक्ट्री में भारी मात्रा में बारूद का जखीरा रखा हुआ है।

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फैक्ट्री में मौजूद है बारूद का जखीरा

बता दें कि मंगलवार को हुए हरदा में स्थित पटाखा फैक्‍ट्री में विस्फोट के 28 घंटे बाद भी आगजनी का धुआं उठता रहा। हालांकि, अब कहीं जाकर राहत एवं बचाव अभियान पूरा कर लिया गया है। अबतक 14 लोगों की मौत की पुष्टि की जा चुकी है, जबकि 100 से अधिक घायलों को हरदा समेत आसपास के जिलों में इलाज के लिए पहुंचाया गया है। वहीं दूसरी तरफ मामले में प्रदेश की राजनीति भी गरमाने लगी है। बुधवार की सुबह मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए। घटनास्थल के निरीक्षण और प्रभावितों से मुलाकात के बाद पीसीसी चीफ ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने हादसे में घायलों और मृतकों के परिजन को सहायता राशि बढ़ाने की मांग की है।