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अनोखे कलाकार : भूसे और पॉलीथिन पर आग लगाकर बना दिए भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के सजीव चित्र

भूसे और पॉलीथिन जलाकर कलाकार सतीश गुर्जर और उनकी टीम ने बना दिए भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के चित्र।

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अनोखे कलाकार : भूसे और पॉलीथिन पर आग लगाकर बना दिए भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के सजीव चित्र

हमेशा कुछ नया और अलग करने का जुनून रखने वाले कलाकार सतीश गुर्जर और उनकी टीम ने एक बार फिर आजादी की वर्षगांठ से पहले भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के अनोखे ढंग से सजीव चित्र बनाए हैं। खास बात यह है कि, इसे किसी सामग्री कलर के बजाय भूसा और पॉलीथिन का उपयोग कर अग्नि प्रज्वलित करके बनाया गया है। बता दें कि, सतीश गुर्जर की टीम के 15 से अधिक कलाकारों को इसे तैयार करने में एक दिन का समय लगा है।

इस संबंध में टीम लीडर सतीश गुर्जर ने बताया कि, इंदौर रोड पर हनुमान मंदिर के सामने खाली मैदान में करीब 5 हजार वर्गफीट में चाक और चूने से ग्राफ तैयार किया गया, जिसमें तीनों शहीदों के चित्र की आउटलाइन बनाई गई। इस पर भूसा और पॉलीथिन आदि सामग्री रखकर इसमें आग लगाई गई। उन्होंनें ये भी बताया कि, यह सब टाइमिंग के अनुसार एक साथ किया गया, जिससे तीनों शहीदों के चित्र एक साथ प्रज्ज्वलित अग्नि में स्पष्ट दिखाई दें।

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अक दिन की कड़ी मेहनत और बनकर तैयार हुए सजीब चित्र

सतीश गुर्जर ने आगे ये भी बताया कि, आजादी के 75 वें महोत्सव के समापन मौके पर मेरी माटी मेरा देश और वीरों का वंदन का मैसेज लोगों तक पहुंचाना इसका उददेश्य था। उन्होंने बताया कि, इसे तैयार करने में एक दिन का समय लगा है।

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इन कलाकारों की मेहनत से बनी अद्भुत आकृति

आपको बता दें कि, टीम लीडर सतीश गुर्जर के साथ इस अदिभुत कलाकृति को बनाने में कलाकार मयंक शर्मा, मोहित गौर, सत्यम राजपूत, गोविंद पाटिल, एकांश गुर्जर, रोहित पटेल, नमन बंसल, हर्ष कुशवाह, यज्ञिनी गुर्जर, प्रीति शिकारी, संजना पाठक, ज्योति रायखेरे, रेचल, मीनाक्षी, शीतल राजपूत आदि शामिल रहे हैं।