
धान क्रय में होने वाली किसानों की समस्याओं पर बात करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि धान क्रय की समस्या को तत्काल समाप्त किया जायेगा। बिचौलियों के माध्यम से क्रय होने वाले धान पर पाबन्दी होगी। छोटे-बड़े सभी कास्तकारों का धान एक समान ही क्रय किया जायेगा। इसमें दोषी पाये जाने पर अधिकारी, मिलर्स व धान क्रय एजेन्सी पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। हरदोई जिले में आज से धान क्रय हेल्पलाइन सेवा शुरू हो गई है, जहां सरकारी रेट पर धान खरीद न होने पर किसान शिकायत कर कर सकते हैं।

जिलाधिकारी पुलकित खरे ने किसानों की सहायता हेतु धान क्रय हेल्पलाइन 24 दिसम्बर से शुरू कर दी है, जिसका दूरभाष नम्बर 05852-234629 है। जिलाधिकारी ने कहा कि धान क्रय में किसी भी किसान को यदि कोई भी समस्या आ रही हो तो किसान धान क्रय हेल्पलाइन नंबर पर तत्काल सूचना दे। सूचना के एक घण्टे के अन्दर उसका धान न केवल क्रय किया जायेगा, बल्कि इसमें दोषी अधिकारी, केन्द्र प्रभारी एवं मिलर्स के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।

कमरे में नहीं किसानों के बीच होगा किसान दिवस : जिलाधिकारी जिलाधिकारी पुलकित खरे ने सबसे पहले किसान दिवस को चाहरदीवारी की सीमाओं से परे ले जाने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि अब से किसान दिवस विकास भवन के सभागार में न आयोजित होकर किसानों के मध्य ब्लॉक स्तर पर अधिकारियों और किसानों के बीच आयोजित किया जाएगा। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह की जयंती पर कृषि शोध केन्द्र पर किसान सम्मान दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

डीएम ने बताया- ऐसे दोगुनी होगी किसानों की आमदनी जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कहा कि देश के विकास में किसानों का सबसे बड़ा योगदान है। किसान की मेहनत व उपज से ही सभी का पेट भरता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में किसान भाइयों को भारत सरकार की मंशा के अनुरूप अपनी आय दोगुनी करने पर ध्यान देना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि किसान खेती के साथ-साथ बागवानी और पशुपालन भी करें। इस दौरान जिलाधिकारी ने जैविक खेती पर भी जोर दिया।

किसान, कृषि विभाग व प्रशासन के बीच कम होगा अन्तर किसानों की समस्याओं पर बात करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि वह नहर-नलकूप, खाद-बीज, कृषि यन्त्र एवं अनुदान आदि पर होनी वाली समस्याओं को गम्भीरता लेंगे। इन समस्याओं का निवारण उनकी प्राथमिकता होगी। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही किसी भी दशा में बर्दास्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि किसान और कृषि विभाग व प्रशासन के मध्य अन्तर हैं, जिसके कारण किसानों की समस्याओं का समाधान शीघ्रता से नहीं हो पा रहा है। इस गैप को तत्काल समाप्त किया जायेगा। किसान, कृषि विभाग एवं प्रशासन के मध्य बेहतर समन्वय स्थापित होगा।

सीडीओ बोले- उन्नतशील कृषकों से सलाह लें किसान इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आनन्द कुमार ने कहा कि किसान भाई अपने क्षेत्र के उन्नतशील कृषकों से सलाह लें और उन्हीं के अनुसार अपनी खेतों में खाद, पानी आदि का प्रयोग करें। किसान अपनी आय बढ़ाने के लिए खेती में विविधता लायें। उप निदेशक कृषि ने विभागीय योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान प्रगतिशील किसानों ने भी अपने विचार प्रकट किये।

