
हाथरस. यूपी के बहुचर्चित हाथरस कांड के बहाने प्रदेश में सांप्रदायिक और जातीय दंगे की साजिश रचने के मामले को लेकर गठित स्पेशल टास्क फोर्स ने जांच तेज कर दी है। हिंसा भड़कानेे की साजिश रचने वालों की पड़ताल में जुटी एसटीएफ जल्द ही जांच का दायरा बढ़ाते हुए गाजियाबाद और लखनऊ अन्य जिलों का रुख भी कर सकती है। अब तक एसटीएफ की स्पेशल यूनिट हाथरस के साथ ही अलीगढ़ और मथुरा में पड़ताल कर चुकी है।
बताया जा रहा है कि एसटीएफ की टीम सबसे पहले मथुरा से पकड़े गए सीएफआई (कैंपस फ्रंट आफ इंडिया) के चारों सदस्यों से पूछताछ करेगी। उसके बाद टीम इसी हफ्ते अन्य जिलों में भी जांच के लिए जाएगी। दरअसल, एसटीएफ अधिकारियों को मथुरा में पकड़े गए सीएफआई सदस्यों से पूछताछ में साजिश से जुड़े अहम सूत्रधारों का पता चलने की उम्मीद है। इसी वजह से एसटीएफ सोशल मीडिया के कई अकाउंट को भी खंगाल रही है। हाथरस व अन्य जिलों में दर्ज केसों में जिन आरोपियों की भूमिका खास नजर आई है, एसटीएफ की उन पर विशेष नजर है।
बता दें कि गाजियाबाद में सैकड़ों लोगों के हाथरस कांड के विरोध में धर्मांतरण करने के मामले को साजिश से जोड़कर देखा गया था। मामले के सियासी रंग लेने के बाद वहीं पर रहने वाले एक वाल्मीकि समाज के ही युवक ने अफवाह फैलाकर जातीय हिंसा भड़काने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कुछ लोगों के खिलाफ थाने में तहरीर दी थी।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को एसटीएफ टीम ने बूलगढ़ी गांव का दौरा किया था। उस दौरान एसटीएफ ने स्थानीय पुलिस से देशद्रोह समेत अन्य धाराओं में दर्ज कराए गए सभी मुकदमों की जानकारी जुटाई थी।
Published on:
26 Oct 2020 12:35 pm
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