High Blood Pressure Kidney Damage : जब भी कोई हाई ब्लड प्रेशर का नाम लेता है तो सीधा दिल या स्ट्रोक की टेंशन सामने आती है। लेकिन क्या आप जानते है कि ये चुपचाप आपकी किडनी को भी खराब कर सकता है बिना कोई लक्षण दि खाए।
खून आपकी नसों पर लगातार जबरदस्ती धक्का मारता रहता है। ये प्रेशर धीरे-धीरे आपके शरीर के पार्ट्स पर असर डालता है और आपकी किडनी सबसे ज्यादा सेंसेटिव होती हैं। जी इस प्रेशर को सहन नहीं कर पाती है। जिसके कारण किडनी डैमेज होने का खतरा सबसे पहले रहता है।
अगर ब्लड प्रेशर लंबे टाइम तक हाई रहता है तो किडनी तक खून पहुंचाने वाली बारीक नसें सख्त-सी या कहें टाइट-सी होने लगती हैं। जैसे पाइप में कचरा फंस जाए वैसा हाल हो जाता है। अब खून कम पहुंचेगा तो ऑक्सीजन और न्यूट्रिएंट्स भी कम मिलेंगे किडनी सुस्त पड़ जाएगी।
High Blood Pressure: 5 मिनट की Physical Activity, कंट्रोल करें ब्लड प्रेशर
हर किडनी में लाखों छोटे-छोटे फिल्टर होते है। इनमें से एक का नाम है नेफ्रॉन। इसका काम बहुत जटिल होता है। ये खून को छानते हैं गंदगी बाहर फेंकते हैं।
हाई बीपी के कारण नेफ्रॉन टूट-फूट का शिकार हो जाता है और खून की सफाई नहीं कर पाता है और शरीर में टॉक्सिन्स जमा होने शुरू हो जाते हैं।
नॉर्मल किडनी प्रोटीन को पकड़ कर रखती है लेकिन हाई बीपी से किडनी की फिल्टरिंग झिल्ली (ग्लोमेरुली ) खराब हो जाती है। फिर प्रोटीन भी पेशाब के साथ निकलने लगता है इसे बोलते हैं प्रोटीनयूरिया। ये किडनी खराब होने का पहला अलार्म है।
अगर हाई ब्लड प्रेशर को सीरियसली न लिया तो किडनी की पावर स्लोली-ग्रेजुएली कम होती जाती है। शुरुआत में कुछ पता नहीं चलता सब ही अंदर-अंदर चलता रहत है।
जब तक डॉक्टर के पास जाते हैं तब तक CKD यानी क्रॉनिक किडनी डिजीज हो चूका होता है फिर उसके डायलिसिस-ट्रांसप्लांट की सलाह दी जाती है।
किडनी खराब हुई तो एक्स्ट्रा नमक-पानी बाहर नहीं निकाल पाएगी, ब्लड प्रेशर और बढ़ेगा। इसके अलावा किडनी ऐसे हार्मोन छोड़ने लगेगी, जिससे नसें और टाइट हो जाएंगी। मतलब सीधा-सीधा है किडनी खराब चुकी है।
ब्लड प्रेशर रेगुलर चेक करो। फैमिली में हिस्ट्री हो या उम्र 35 के पार हो तो और भी ज्यादा अलर्ट रहो।
खाना-पीना सही रखो, थोड़ा घूमना-फिरना या एक्सरसाइज करो, डॉक्टर की दवाई टाइम से लो और स्ट्रेस से दूर रहो यही सब बेसिक चीजें हैं जो दिल के साथ-साथ किडनी को भी फिट रखती हैं।
किडनी वो साइलेंट वर्कर है जो दिन-रात बिना डिमांड किए हमारी सफाई करता रहता है। और जब तक हम उसकी परेशानी को पकड़ते हैं, तब तक वो आधी आधा खराब हो चुका होता है।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।
Published on:
24 Jun 2025 11:33 am