
Vegetables For Healthy Liver
Vegetables For Liver: लिवर हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो हमारे पाचन तंत्र से लेकर खून को फिल्टर करता है, साथ ही हार्मोन को बैलेंस करता है और बॉडी को डिटॉक्स भी करता है। लेकिन आजकल लिवर से संबंधित कई समस्याएं देखने को मिल रही हैं, जैसे हेपेटाइटिस, सिरोसिस और फैटी लिवर, जो शरीर के अन्य हिस्सों पर भी असर डालती हैं। इसलिए लिवर को स्वस्थ रखने के लिए सही आहार का सेवन करना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं कुछ सब्जियों के बारे में, जिनका सेवन करके आप अपने लिवर को हेल्दी रख सकते हैं।
लिवर (Liver) को स्वस्थ रखने के लिए डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियों को जरूर शामिल करना फायदेमंद हो सकता है। ये सब्जियां न केवल पौष्टिक होती हैं, बल्कि लिवर से जुड़ी समस्याओं को भी दूर रखने में मदद करती हैं। हरी पत्तेदार सब्जियां शरीर में एंजाइम्स के स्तर को बढ़ाती हैं, जिससे लिवर का डिटॉक्स प्रोसेस बेहतर होता है और यह बीमारियों से बचाता है।
रोजाना थोड़ी मात्रा में लहसुन का सेवन लिवर के एंजाइम्स को सक्रिय करता है। इसमें मौजूद सल्फर कंपाउंड लिवर के एंजाइम्स को सक्रिय करने में मदद करता है, जो शरीर से गंदगी को निकालने में सहायक होते हैं।
अगर लिवर से जुड़ी समस्या है, तो ब्रोकली का सेवन सेहत के लिए लाभकारी हो सकता है। इसमें सोडियम, पोटेशियम, प्रोटीन, फोलेट और विटामिन C जैसे पोषक तत्व होते हैं। इसके नियमित सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और फैटी लिवर की समस्या में भी राहत मिलती है। ब्रोकली को स्टीम करके या सलाद में खाया जा सकता है।
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफोर्मेशन के शोध के अनुसार, चुकंदर लिवर के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। हालांकि इसका स्वाद मिट्टी जैसा हो सकता है, फिर भी यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है और लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
करेला कई ऐसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जिससे लिवर से जुड़ी समस्याओं से बचा जा सकता है। साथ ही यह कई शारीरिक समस्याओं को दूर करने में सहायक है। लिवर को स्वस्थ रखने के लिए इसे आहार में शामिल किया जा सकता है। इसमें सोडियम, पोटेशियम, प्रोटीन, आयरन, फाइबर और विटामिन C जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं, जो न केवल लिवर के लिए फायदेमंद होते हैं, बल्कि डायबिटीज जैसी समस्याओं से भी बचाव करते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
28 Apr 2025 12:39 pm
बड़ी खबरें
View Allस्वास्थ्य
ट्रेंडिंग
लाइफस्टाइल
