
महिलाएं सही दिनचर्या अपनाकर बीमारियों के खतरों को कम कर सकती हैं।
यह समय महिलाओं के लिए महत्त्वपूर्ण होता है। वे घर-परिवार में अधिक व्यस्त रहती हैंं और अपने पर कम ध्यान दे पाती हैं। जबकि उम्र का यह दौर उनमें शारीरिक और मानसिक बदलाव का होता हैं जिससे बीमारियों की आशंका बढ़ जाती है। महिलाएं सही दिनचर्या अपनाकर बीमारियों के खतरों को कम कर सकती हैं।
ये समस्याएं आम
35-40 की उम्र के बाद महिलाओं को हार्मोनल बदलाव से अनियमित पीरियड्स , कमजोरी के कारण चिड़चिड़ापन और थकान, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, कैल्शियम की कमी से हड्डियां कमजोर, कमर और जोड़ों का दर्द, एस्ट्रोजन कम बनने से मनोवैज्ञानिक समस्या, गर्भाशय और ब्रेस्ट से संबंधित बीमारियों की आशंका, मेनोपॉज होने से हार्ट की बीमारियों और थायरॉयड का खतरा रहता है।
नियमित जांचें
बीपी की नियमित जांच कराएं।
ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने के लिए मेमोग्राफी टैस्ट होता है।
गर्भाशय से जुड़ा पैप स्मियर टैस्ट हर तीन साल में कराना चाहिए।
पांच साल में एक बार थायरॉयड टैस्ट कराना चाहिए।
मोटापे से कई बीमारियां होती हैं। वजन जांचें व इसे कंट्रोल रखें।
हड्डियों के लिए बीएमडी टैस्ट।
डॉक्टरी सलाह से ही टैस्ट करवाने चाहिएं।
ऐसे पहचानें : घबराहट, ब्लड प्रेशर बढऩा, सीने में दर्द, बांहों में दिक्कत, पीठ या जबड़े में दर्द, सांस का उखडऩा, अचानक से पसीना आना, सिरदर्द, उठने-बैठने और चलने में परेशानी या अचानक से वजन बढ़ता है तो इन लक्षणों को छुपाएं नहीं, डॉक्टर को बताएं।
45 मिनट रोजाना एक्सरसाइज महिलाओं के लिए फायदेमंद होती है।
50 फीसदी तक बीमारियों की आशंका घट जाती नियमित एक्सरसाइज से
फिट व हैल्दी रहना है तो...
नियमित रूप से हैल्दी और संतुलित डाइट लें। नाश्ता व खाना समय पर लेना चाहिए।
हरी पत्तेदार सब्जियां और मौसमी फल रोज लें।
कैल्शियम, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स युक्त चीजें भोजन में शामिल करें।
इस उम्र में रोज एक लीटर दूध पीना चाहिए।
स्विमिंग, एरोबिक, साइक्लिंग, जॉगिंग और रस्सीकूद जैसी एक्सरसाइज करें।
तनाव से बचने के लिए ध्यान और योग करें।
थकान महसूस होने पर पूरा आराम करें।
रोज 7-8 घंटे की पर्याप्त नींद जरूर लें।
Published on:
14 Oct 2017 11:50 pm
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