समय के साथ-साथ आंखों के नीचे की त्वचा पतली होने लगती है, जिससे त्वचा के नीचे मौजूद लाल-बैंगनी खून की नलियां नजर आने लगती हैं। इससे भी आंखों के चारों ओर की त्वचा का रंग बाकी चेहरे से अलग नजर आता है। रेटिनॉल युक्त आईक्रीम से कॉलेजन का उत्पादन बढऩे लगता है और त्वचा मोटी होती है, इससे खून की नलियां कम दिखाई देती हैं। लेजर से भी इसका इलाज हो सकता है।