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इन जानवरों के काटने से फैलता है रेबीज, जानिए इसके लक्षण और बचने के उपाए

रेबीज वायरस (Rabies Virus) जिसे एक जानलेवा वायरस माना जाता है। ऐसे में जानिए किन जानवरों के काटने से यह वायरस फैलता है।

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भारत

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Puneet Sharma

Jan 27, 2025

Animals that spread rabies virus Symptoms and treatment of rabies

Animals that spread rabies virus Symptoms and treatment of rabies

Rabies Virus: रेबीज जिसे एक खतरनाक वायरस माना जाता है। यह इतना घातक होता है कि यदि इसका टीका नहीं लगाया जाए तो मौत भी हो सकती है। यह वायरस इंफेक्टेड जानवरों की लार से यह इंसानों में फैल जाता है। जब कोई जानवर आपको काटता है तो इसके फैलने की संभावना बढ़ जाती है। चमगादड़, कोयोट, लोमड़ी, रैकून और स्कंक जैसे जानवर से अमेरिका में यह अधिक फैलता है। जबकि भारत में आवारा कुत्तों के काटने से लोगों में रेबीज फैलने खतरा ज्यादा रहता है। ऐसे में जानते हैं इसके लक्षण क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है।

क्या है रेबीज वायरस : What is the Rabies Virus?

रेबीज़ एक संक्रामक रोग है जो तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है। यह बीमारी आमतौर पर किसी संक्रमित जानवर के द्वारा काटे जाने या पंजा मारने से फैलती है।

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रेबीज फैलने के कारण : Reasons for the spread of rabies

  • रेबीज वायरस रेबीज संक्रमण का मुख्य कारण है। यह वायरस संक्रमित जानवरों की लार के माध्यम से फैलता है। संक्रमित जानवर किसी अन्य जानवर या मानव को काटकर इस वायरस को संचारित कर सकते हैं।
  • कभी-कभी, रेबीज तब भी फैल सकता है जब संक्रमित लार किसी खुले घाव, कटे हुए त्वचा, मुंह या आंखों में प्रवेश कर जाती है। यह तब संभव है जब कोई संक्रमित जानवर आपके त्वचा पर मौजूद खुले घाव को चाट ले।
  • बहुत ही दुर्लभ मामलों में, रेबीज वायरस संक्रमित अंगों के ऊतकों और अंगों के प्रत्यारोपण के माध्यम से रिसीवर में भी फैल सकता है, लेकिन इसके होने की संभावना अत्यंत कम होती है।

क्या है रेबीज के लक्षण : What are the symptoms of rabies

जब किसी को रेबीज हो जाता है उसमें बुखार जैसे लक्षण दिखाई देने लग जाते हैं। जानिए इसके कुछ प्रमुख लक्षण बुखार, सिरदर्द, जी मिचलाना, उल्टी करना, घबराहट, चिंता, भ्रम, निगलने में कठिनाई, अत्यधिक लार आना, बुरे और डरावने सपने, नींद की कमी जैसे आदि लक्षण दिखाई दे सकते हैं।

रेबीज बीमारी के रोकथाम उपाय : Preventive measures for rabies disease

पालतू जानवरों का टीकाकरण करवाना: अपने पालतू जानवरों का टीकाकरण करवाना न भूलें। बिल्लियों, कुत्तों और फेरेट्स को एंटी रेबीज वैक्सीन दी जा सकती है। अपने पशु चिकित्सक से सलाह लें कि आपके पालतू जानवरों को कितनी बार टीका लगवाना आवश्यक है।

जानवरों के निकट: जंगली जानवरों के निकट न जाएं। रेबीज़ से प्रभावित जंगली जानवरों में मानवों का भय नहीं होता। किसी जंगली जानवर का मानवों के प्रति मित्रवत व्यवहार सामान्य नहीं है। इसलिए, ऐसे जानवरों से दूर रहना बेहतर है जो बेखौफ नजर आते हैं।

रेबीज का प्रकोप: यदि आप ऐसे देश की यात्रा कर रहे हैं जहाँ रेबीज का प्रकोप है और आप वहां लंबे समय तक रहने की योजना बना रहे हैं, तो अपने चिकित्सक से सलाह लें कि क्या आपको रेबीज का टीका लगवाना आवश्यक है। यह विशेष रूप से उन दूरदराज के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण है जहाँ चिकित्सकीय सहायता प्राप्त करना कठिन हो सकता है।

रेबीज वायरस फैलाने वाले जानवर : Animals that spread the rabies virus

जो जानवर अपने बच्चों को दूध पिलाता है वह रेबीज फैला सकता है। ऐसे में जानिए किन जानवरों से ​अधिक फैल सकता है रेबीज वायरस कुत्ते, बिल्ली, बकरी, घोड़े, लोमड़ी, बंदर, रैकून आदि जानवरों के काटने से रेबीज फैल सकता है।

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रेबीज़ के टीके थ्राबिस का परीक्षण किया है जिसकी 3 खुराक 0, 3 से लेकर 7 दिनों पर लगायी जाती हैं। इससे पहले उपलब्‍ध टीकों की खुराक 0, 3, 7, 14 और 21 दिनों की थी।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।