5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पुरूषों से ज्यादा मोटी हो रही अरब देशों की महिलाएं, ये कारण जानकर उड़े शेखों के होश

इराक के लोग अक्सर कर्वी (Curvey) अभिनेत्री एनस तालेब को सौंदर्य का प्रतीक मानते हैं। इराक की महिलाएं अधिक आकर्षक लगने के लिए वजन बढ़ाने की पिल्स लेती हैं।

3 min read
Google source verification

जयपुर

image

Anil Kumar

Jul 05, 2023

arabic_women_fat.png

Arabic Women Fat

एक रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में पुरुषों की तुलना में महिलाओं का वजन अधिक है। आज के समय में दुनिया में मोटापा 15 फीसदी महिलाओं और 11 फीसदी पुरुषों की समस्या है। इससे पता चलता है कि उनका बॉडी मास इंडेक्स यानि BMI 30 या इससे अधिक है। हालांकि, मोटापे में यह अंतर दुनियाभर में अलग-अलग है।

यह भी पढ़ें : Diabetes Patient symptoms: मुंह से फल जैसी गंध आती है तो सावधान! सामने आया डायबिटीज का ये नया लक्षण


मोटापे के कारण हुई इतनी मौतें
मध्यपूर्व और उत्तरी अफ्रीका में महिलाओं और पुरुषों के बीच मोटापे में सबसे अधिक अंतर है। दक्षिण अफ्रीका के कई देशों में यह अंतर बहुत अधिक है। मिडिल ईस्ट में 26 फीसदी महिलाओं का वजन अधिक है जबकि पुरुषों में यह दर 16 फीसदी है। आपको बता दें कि मोटापा खतरनाक भी हो सकता है। 2019 में जिन 11 देशों में मोटापे की वजह से अधिक मौतें हुईं, उनमें 8 अरब देश हैं। ये मौतें अधिकतर दिल की बीमारियों, मधुमेह और हाई ब्लड प्रेशर की वजह से हुईं।


इसलिए है अरबी महिलाओं का बुरा हाल
वर्ल्ड बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार अरब देशों में महिलाएं बहुत ही कम नौकरी करती हैं। इराक में 10 में से एक ही महिला नौकरी करती है। इस वजह से अरब की ज्यादातर महिलाएं घर के भीतर ही रहती हैं, जिससे उनकी शारीरिक गतिविधियां नहीं हो पाती। वहीं, अन्य क्षेत्रों में कामकाजी महिलाएं अस्पतालों, कक्षाओं और रेस्टोरेंट्स में काम करती हैं। लेकिन अरब देशों में इस तरह की नौकरियां अधिकतर पुरुषों द्वारा ही की जाती हैं।

यह भी पढ़ें : Makhana Eating: ऐसे लोग भूलकर भी नहीं खाएं ज्यादा मखाने, जानिए इससे होने वाले नुकसान


महिलाओं के पास नहीं खेलने के मौके
अरब देशों में महिलाओं के पास खेलने के मौके भी बहुत कम होते हैं। लड़के और लड़कियां गलियों में एक साथ फुटबॉल खेलते हैं। लेकिन एक बार लड़की के युवा होने पर उनके सड़कों पर खेलने पर पाबंदी लगा दी जाती है। किशोर होते ही लड़कियों का घूमना फिरना बंद हो जाता है, वे घर पर ही दोस्तों से मिलती हैं। क्योंकि इराकी पुरूष नहीं चाहते कि लड़कियां बाहर निकलें। किसी मामले में हिजाब या महिला के शरीर को ढकने वाला कोई भी कपड़ा पब्लिक एक्सरसाइज को मुश्किल बना देता है। सड़कों पर उत्पीड़न भी महिलाओं की जॉगिंग में खलल डालता है।

यह भी पढ़ें : Food Combinations: हमेशा हेल्दी रहना चाहते हैं तो भूलकर भी नहीं खाएं ये 6 चीजें


ये भाजन बना मोटापे का कारण
अफ्रीकी देश मिस्र की बात करें यहां की गरीब महिलाओं का वजन अमीरों की तुलना में औसतन अधिक होता है। अमीर परिवार अपनी बेटियों के बाहर निकलने को लेकर अधिक आश्वस्त होते हैं। फिर भी प्रशांत द्वीपों को छोड़कर मिस्र में दुनिया के किसी अन्य देश की तुलना में महिलाओं का बीएमआई सबसे अधिक होता है। मिस्र के लोग 30 फीसदी कैलोरी ब्रेड से लेते हैं। वहां एक किलो ब्रेड की कीमत 0.61 डॉलर है। 1975 से अरब महिलाओं का वजन अरब पुरुषों की तुलना में तेजी से बढ़ रहा है। इराक लोगों की समस्या कार्बोहाइड्रेट है। उनका परिवार रोज हर मील में ब्रेड और चावल खाता है।

यह भी पढ़ें : Buttermilk : ऐसे लोग भूलकर भी नहीं पीएं छाछ, फायदे की जगह हो सकता है नुकसान

ऐसी महिलाएं चाहते हैं अरबी पुरूष
कुछ महिलाओं का कहना है कि मोटापे की असल वजह यह है कि अरब के कई पुरुष को प्लस साइज महिलाओं को पसंद करते हैं। इराक की एक अन्य महिला शिरीन राशिद वजन कम करना चाहती हैं। महिलाओं के घर की चारदीवारी में रहने से उनमें वजन बढ़ने लगता है। इराक के लोग अक्सर कर्वी (Curvey) अभिनेत्री एनस तालेब को सौंदर्य का प्रतीक मानते हैं। कुछ दावा करते हैं कि इराक की महिलाएं अधिक आकर्षक लगने के लिए वजन बढ़ाने की पिल्स लेती हैं।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।