ये पौष्टिक तत्व जरूरी
आर्थराइटिस में विटामिन्स और मिनरल्स जरूरी कैल्शियम, विटामिन डी, विटामिन सी, विटामिन बी12, मैग्नीशियम की जरूरत रहती है। कैल्शियम व विटामिन डी3 से हड्डियां मजबूत होतीं जबकि विटामिन सी हड्डियों में कैल्शियम को सोखने की क्षमता बढ़ाता है। विटामिन बी12 और प्रोटीन से मजबूती मिलती है।
दवा के साथ फिजियोथैरेपी लें
आर्थराइटिस की समस्या होने पर शुरुआती स्टेज में दवाइयों के साथ फिजियोथैरेपी की भी जरूरत पड़ती है। इससे मरीज को राहत जल्द मिलती है। लेकिन एडवांस स्टेज होने पर मरीज को चलने-फिरने और दैनिक कार्यों में परेशानी हो रही है तो सर्जरी की जरूरत होती है। यदि मरीज के जोड़ों में सूजन है तो एक्सरसाइज न करे लेकिन सिकाई कर सकते हैं। इससे दर्द में आराम मिल सकता है। मोशन एक्सरसाइज से पहले स्ट्रेचिंग और वार्मअप जरूरी है। एक्सरसाइज से जोड़ों में दर्द हो तो वहां बर्फ की सिकाई करें। हैवी एक्सरसाइज से बचें।
बचाव
जोड़ों के कमजोर होने का बड़ा कारण उठने-बैठने का सही तरीका न आना है। ज्यादातर लोग आलथी-पालथी मारकर बैठते हैं। इससे घुटनों पर जोर पड़ता है। आर्थराइटिस से बचने के लिए आप पैर मौडकऱ बैठने से बचें। भारतीय शौचालयों का उपयोग कम करें। कोई भी नशा करने से बचें।
डॉ. अखिलेश यादव, सीनियर आर्थाेपेडिक सर्जन, गाजियाबाद