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Ayurveda Tips: सर्दी खांसी में काढ़ा पीने वाले आयुर्वेदिक डॉक्टर से जानें सेवन का सही तरीका

Ayurveda Tips: सर्दी, खांसी और बुखार से राहत पाने के लिए आयुर्वेदिक डॉक्टर अर्जुन राज से जानें काढ़ा पीने का सही तरीका। जानें कौन-सा काढ़ा सबसे असरदार है, कब पिएं और किन लोगों को नहीं पीना चाहिए।

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Ayurveda Tips

Ayurveda Tips (photo- gemini ai)

Ayurveda Tips: सर्दी, खांसी और बुखार मौसम बदलने के साथ सबसे आम समस्याएं हैं। हल्के संक्रमण या ठंड लगने से शरीर कमजोर पड़ जाता है और रोग-प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है। ऐसे में आयुर्वेदिक उपचार, खासकर काढ़ा, बेहद कारगर साबित होता है। आयुर्वेदिक डॉक्टर अर्जुन राज बताते हैं कि अगर काढ़ा सही तरीके से और सही समय पर पिया जाए, तो यह सर्दी, खांसी और बुखार को जल्दी ठीक कर सकता है।

सर्दी, खांसी और बुखार को कैसे ठीक करें?

डॉ. अर्जुन राज के अनुसार, इन तीनों लक्षणों में सबसे जरूरी है। शरीर को पर्याप्त आराम देना। ज्यादा मेहनत या नींद की कमी से इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। इसलिए दिनभर पर्याप्त आराम करें और हल्का भोजन करें। तरल पदार्थ जैसे गुनगुना पानी, सूप या हर्बल चाय का सेवन करें। नमक वाले गर्म पानी से गरारे करने से गले का दर्द कम होता है। इसके अलावा अदरक, शहद, तुलसी, काली मिर्च और लौंग जैसे तत्वों से तैयार काढ़ा सर्दी-खांसी के लिए बेहद फायदेमंद होता है।

सर्दी-जुकाम-बुखार का काढ़ा कैसे बनाएं?

सामग्री:

तुलसी के 5-6 पत्ते
अदरक का एक छोटा टुकड़ा
4-5 काली मिर्च
2 लौंग
आधा चम्मच दालचीनी
1 चम्मच शहद

विधि:
सभी सामग्री को 2 कप पानी में डालें और 5-7 मिनट तक धीमी आंच पर उबालें। जब पानी आधा रह जाए तो इसे छान लें। गुनगुना होने पर शहद मिलाकर पिएं। यह काढ़ा शरीर को गर्म रखता है और संक्रमण से बचाता है।

सर्दी-जुकाम-बुखार का काढ़ा कब पिएं?

डॉ. अर्जुन राज के अनुसार, काढ़ा दिन में दो बार पीना सबसे सही होता है, सुबह खाली पेट या नाश्ते से पहले, शाम को हल्का भोजन करने के बाद। अगर लक्षण गंभीर हों, तो एक कप काढ़ा दिन में तीन बार तक लिया जा सकता है, लेकिन अत्यधिक मात्रा से बचें।

काढ़ा किन लोगों को नहीं पीना चाहिए?

जिन लोगों को पेट में जलन या एसिडिटी की समस्या है, वे इसे कम मात्रा में लें। एक साल से कम उम्र के बच्चों को शहद वाला काढ़ा न दें। गर्भवती महिलाएं डॉक्टर की सलाह के बाद ही सेवन करें।

सर्दी-जुकाम-बुखार में क्या नहीं खाना चाहिए?

तली-भुनी चीजें, कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम और फ्रिज का ठंडा पानी न पिएं। हल्का, सुपाच्य भोजन जैसे मूंग की खिचड़ी, सूप या दलिया खाएं। डॉ. अर्जुन राज के अनुसार “काढ़ा शरीर को अंदर से गर्म करता है और रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है। लेकिन इसे संयमित मात्रा में और नियमित रूप से लेना ही सबसे ज्यादा लाभदायक होता है।”