
Bird flu death in US
Bird flu death in US: इस समय पूर विश्वभर में वायरसों से तहलका मचा हुआ है। एक तरह एचएमपीवी वायरस चीन में तबाही मचा रहा है। वैसे ही अब अमेरिका बर्ड फ्लू से एक व्यक्ति मौत हो गई है। सोमवार को लुइसियाना के रहने वाले एक शख्स की बर्ड फ्लू की वजह से मौत (Bird flu death in US) हो गई है। मरीज की उम्र लगभग 65 वर्ष बताई जा रही है। मरीज कई अन्य बीमारियों से भी पीड़ित बताया जा रहा है। मरीज को सांस संबंधी बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लुइसियाना और अमेरिका दोनों में बर्ड फ्लू से जुड़ी यह पहली मानव मृत्यु बताई जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग कहना है कि मरीज को जंगली पक्षियों के संपर्क में आने से H5N1 हुआ था। बाद में उसके अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां आखिरी में उसकी मौत (Bird flu death in US) हो गई। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अभी तक जांच के आधार पर ह्यूमन टू ह्यूमन फैलने या अन्य H5N1 मामलों का कोई सबूत नहीं मिला है।
एक रिपोर्ट में बताया गया था कि यह बीमारी एक महामारी बन सकती है इसके चलते लाखों लोगों की मौत भी हो सकती है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि यह कोरोना से 100 गुना बदतर हो सकता है। बर्ड फ्लू के H5N1 स्ट्रेन पर हुई एक ब्रीफिंग के दौरान विशेषज्ञों ने एक नई महामारी की संभावना को लेकर चिंता व्यक्त की थी।
यह एक H5N1 एवियन इन्फ्लूएंजा ए का एक सबटाइप है, जो संबंधित बर्ड फ्लू वायरस का एक समूह होता है। इसे ज्यादा संक्रामक माना गया है। इसके पीछे का कारण पोल्ट्री में गंभीर और घातक बीमारी बताया जाता है। इसके साथ ही यह स्ट्रेन मनुष्यों और कई अन्य प्रजातियों में भी बीमारी का कारण बन सकता है।
इंसानों में बर्ड फ्लू के लक्षणों की बात की जाए तो इसमें सर्दी, बुखार, खांसी, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द, डायरिया और सांस लेने में कठिनाई, गंभीर मामलों में निमोनिया और हृदय की धड़कन बढ़ना आदि शामिल है।
बर्ड फ्लू के इंसानों में फैलने के निम्न कारण हो सकते हैं जिसमें संक्रमित पक्षियों को छूना, संक्रमित पक्षियों के मल या बिस्तर को छूना, संक्रमित चिकन को खाना, जहां मुर्गे-मुर्गी या पक्षी बिकते हैं, वहां से भी संक्रमण हो सकता है, आदि शामिल है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
07 Jan 2025 11:22 am
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