
Consuming these 5 foods increases heart problems
Heart disease : दिल की बीमारियों के बढ़ते मामलों को देखकर सतर्क होना ही अच्छा है। दिल (Heart) की बीमारी से बचने और लंबे समय तक स्वस्थ रहने के लिए दिल का ख्याल रखना महत्वपूर्ण है। आपको बता दें कि हमारी डाइट इसमें सबसे महत्वपूर्ण योगदान देती है। लेकिन कुछ खाद्य पदार्थ आपके दिल को खराब कर सकते हैं। हम इस लेख में कुछ खाद्य पदार्थों के बारे में जानेंगे जो आपके दिल की सेहत को खराब कर सकते हैं।
हार्ट अटैक (Heart Attack) और कार्डियक अरेस्ट जैसी हार्ट (Heart) डिजीज से बचने और लंबा व स्वस्थ जीवन के लिए दिल का ख्याल रखना बेहद होता है। इसलिए हमें ध्यान देना होगा कि हम ऐसे फूड अपनी डाइट में शामिल नहीं करें जिनसे आपको नुकसान हो।
ट्रांस फैट्स
आपके दिल को नुकसान पहुंचाने वाले अधिक हानिकारक फैट्स हैं। वे "अच्छे कोलेस्ट्रॉल" (HDL) को कम करते हैं और "बैड कोलेस्ट्रॉल" (LDL) को बढ़ाते हैं। हाइड्रोजनेटेड वेजिटेबल ऑयल में अक्सर ट्रांस फैट्स होते हैं। इन तेलों को फ्राइड फूड, बेकरी और कुछ स्नैक्स में अक्सर प्रयोग किया जाता है। इसलिए, इन खाद्य पदार्थों से जितना हो सके बचें।
सोडियम से भरपूर फूड आइटम्स
दिल (Heart) की बीमारी का एक प्रमुख रिस्क फैक्टर ब्लड प्रेशर है, जो ज्यादा सोडियम खाने से बढ़ सकता है। प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों, जैसे सूप, सॉसेज, अचार और कुछ ब्रेड में सोडियम पाया जाता है। सीमित फूड आइटम्स और अधिक ताजा, अनप्रोसेस्ड भोजन शामिल करें।
रेड मीट
रेड मीट में अधिक सेचुरेटेड फैट होता है, जो खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकता है। दिल की बीमारी का खतरा अधिक रेड मीट खाने से बढ़ता है। रेड मीट खाने की मात्रा को कम करें और चिकन जैसे लीन प्रोटीन मीट को अपने आहार में शामिल करें।
रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स
सफेद चावल, पास्ता और ब्रेड जैसे रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स आपके ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकते हैं। दिल की बीमारी का खतरा अधिक होता है जब ब्लड शुगर का स्तर उच्च होता है। इसके बजाय, ओट्स, ब्राउन राइस और क्विनोआ जैसे साबुत अनाज खाना शुरू करें।
शराब
शराब पीना दिल के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है। इसके सेवन आपके ब्लड प्रेशर को हाई कर सकता है, वजन बढ़ा सकता है और दिल की मांसपेशियों को कमजोर कर सकता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
19 Sept 2024 03:46 pm
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