करोना का खतरा इन लोगों को अधिक, जानें यहां
वुहान शहर से 60 से अधिक देशों में फैल चुका कोरोना वायरस का दुष्प्रभाव उन लोगों पर अधिक देखने को मिल रहा जिनको पहले से ही क्रॉनिक डिजीज (असाध्य रोग) जैसे डायबिटीज, सीओपीडी, अस्थमा, कैंसर, हार्ट डिजीज, हाइपरटेंशन, थायरॉइड और किडनी से जुड़े रोग आदि हैं।

चीन के वुहान शहर से 60 से अधिक देशों में फैल चुका कोरोना वायरस का दुष्प्रभाव उन लोगों पर अधिक देखने को मिल रहा जिनको पहले से ही क्रॉनिक डिजीज (असाध्य रोग) जैसे डायबिटीज, सीओपीडी, अस्थमा, कैंसर, हार्ट डिजीज, हाइपरटेंशन, थायरॉइड और किडनी से जुड़े रोग आदि हैं। इसके रोगियों की औसत आयु 55 वर्ष है। इसमें मृत्यु दर 11 फीसदी बताई जा रही है। महिलाओं की तुलना में पुरुषों में इसका संक्रमण अधिक हो रहा है। इसकी वजह पुरुषों में क्रॉनिक डिजीज अधिक है।
क्या है कोरोना वायरस
यह वायरस माइक्रोस्कोप से देखने पर क्रॉउन (मुकूट) जैसा लगता है। इसलिए कोरोना नाम पड़ा है। एक्सपर्ट की मानें तो इस वायरस के कई प्रकार हैं लेकिन पूर्व में ज्ञात इसकी छह किस्म मनुष्यों को नुकसान पहुंचाने वाली मानी गई थीं। यह सातवें तरह का नया वायरस है। अमरीका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक इसके संक्रमण से तेज बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्याएं होती हैं। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इससे निमोनिया भी हो जाता है जो अधिक घातक अवस्था है।
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