गर्भावस्था में बहुत जरूरी है कि महिला खुश रहे। उसे किसी प्रकार तनाव न हो। मां की मानसिक स्थिति का सीधा असर गर्भस्थ शिशु के जन्म और डिलीवरी पर पड़ता भी है। पॉजेटिव रहें।
ग र्भ में शिशु एक थैली में रहता है। इस थैली को एमनियोटिक फ्लूड कहते हैं। इसी से बच्चे को ऊर्जा मिलती है। ऐसे में मां के लिए जरूरी है कि वह हर रोज 10-12 गिलास पानी पिएं। इससे थैली सूखती नहीं है। साथ ही आयरन और कैल्शियम लें। इससे भी सामान्य डिलीवरी में काफी मदद मिलती है।