
Diabetes Remission (photo- freepik)
Diabetes Remission: अपने शरीर को अगर एक ऑर्केस्ट्रा मानें, तो इंसुलिन उसका कंडक्टर होता है। जब सब ठीक चलता है, तो शरीर की धुन सही रहती है। लेकिन डायबिटीज में यही कंडक्टर ताल से बाहर हो जाता है और पूरा सिस्टम बिगड़ने लगता है। बहुत से लोग चाहते हैं कि डायबिटीज पूरी तरह रिवर्स हो जाए, लेकिन डॉक्टर कहते हैं कि यह स्विच ऑन-ऑफ करने जैसा नहीं है, बल्कि पूरे ऑर्केस्ट्रा को दोबारा ठीक से ट्यून करने जैसा है।
डॉक्टर ज्यादातर रिवर्सल की जगह रिमिशन शब्द इस्तेमाल करते हैं। रिमिशन का मतलब है कि ब्लड शुगर बिना दवा के नॉर्मल रेंज में आ जाए, लेकिन बीमारी की संभावना पूरी तरह खत्म नहीं होती। अगर लाइफस्टाइल बिगड़ी, तो शुगर फिर बढ़ सकती है। यही फर्क समझना बहुत जरूरी है।
हां, खासकर टाइप-2 डायबिटीज में। रिसर्च बताती है कि सही डाइट, एक्सरसाइज और वजन कम करने से शुगर कंट्रोल काफी बेहतर हो सकता है। एक बड़ी स्टडी में देखा गया कि जिन लोगों ने कैलोरी कंट्रोल और नियमित एक्सरसाइज को अपनाया, उनमें डायबिटीज रिमिशन के चांस ज्यादा थे। सबसे अहम बात है वजन कम करना। सिर्फ 5% वजन घटाने से भी इंसुलिन बेहतर तरीके से काम करने लगता है और ब्लड शुगर कंट्रोल में आने लगती है। यानी बहुत बड़ा बदलाव करने की जरूरत नहीं, छोटे कदम भी असर दिखाते हैं।
अक्सर लोग सिर्फ खाने-पीने पर ध्यान देते हैं, लेकिन नींद और तनाव भी उतने ही जरूरी हैं। खराब नींद से इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ता है और शुगर कंट्रोल बिगड़ता है। वहीं ज्यादा तनाव सीधे ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है।
चेन्नई की एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. उषा अय्यागरी के मुताबिक, डायबिटीज को पूरी तरह रिवर्स कहना सही नहीं है, रिमिशन ज्यादा सही शब्द है। उनके अनुसार, जिन लोगों में डायबिटीज नई-नई शुरू हुई है, उम्र कम है, वजन ज्यादा घटा है और जिन्हें पहले इंसुलिन की जरूरत नहीं पड़ी, उनमें रिमिशन के चांस ज्यादा होते हैं। डॉ. अय्यागरी कहती हैं कि डाइट, एक्सरसाइज, नींद और स्ट्रेस ये सब मिलकर काम करते हैं, कोई एक चीज अकेले चमत्कार नहीं कर सकती।
डायबिटीज पूरी तरह खत्म नहीं होती, लेकिन रिमिशन हासिल की जा सकती है, खासकर टाइप-2 डायबिटीज में। सही खाना, नियमित व्यायाम, अच्छी नींद, तनाव कम करना और वजन कंट्रोल यही सबसे बड़े हथियार हैं। जैसा कि डॉ. अय्यागरी कहती हैं, “लाइफस्टाइल ही डायबिटीज मैनेजमेंट की नींव है, और इसके फायदे सिर्फ शुगर तक सीमित नहीं रहते।”
Updated on:
25 Dec 2025 03:16 pm
Published on:
25 Dec 2025 12:48 pm
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