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Fatty Liver: फैटी लिवर से बचाव कैसे करें? स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताए 4 जरूरी उपाय

Fatty Liver: फैटी लिवर एक तेजी से बढ़ती स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है, लेकिन कुछ जरूरी आदतों को अपनाकर आप इससे आसानी से बच सकते हैं। यहां जानिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बताए गए 4 जरूरी उपाय के बारे में जिससे लिवर को स्वस्थ रखा जा सकता हैं।

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भारत

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Nisha Bharti

May 06, 2025

Fatty Liver

Fatty Liver

Fatty Liver: अगर आप भी थकान, पेट में भारीपन या पाचन की गड़बड़ियों से परेशान रहते हैं तो यह फैटी लिवर का संकेत हो सकता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर (Liver) की कोशिकाओं में वसा जमा होने लगती है। समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए तो यह लिवर सिरोसिस या लिवर फेलियर जैसी गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है।

अच्छी बात यह है कि कुछ जरूरी आदतें अपनाकर आप इस बीमारी से खुद को बचा सकते हैं। हाल ही में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health and Family Welfare) ने भी फैटी लिवर (Fatty Liver) से बचाव के 4 जरूरी उपाय बताए हैं। आइए जानते हैं, क्या है वो उपाय?

फैटी लिवर से बचाव कैसे करें?

फैटी लिवर कोई एक दिन में नहीं होता। यह धीरे-धीरे गलत खानपान, आलसी जीवनशैली और खराब आदतों के कारण होता है। सबसे पहले इसकी पहचान जरूरी है। थकावट, पेट में भारीपन, भूख न लगना और पाचन में दिक्कत इसके शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। (Fatty Liver Disease)

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अगर समय रहते इसे नहीं रोका गया तो यह लिवर डैमेज या लिवर कैंसर जैसी बीमारी का कारण भी बन सकता है। इसलिए जरूरी है कि हम अपनी आदतों में सुधार करें। स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऐसे चार कारण बताए हैं, जिनसे फैटी लिवर का खतरा बढ़ता है और उन्हें समय रहते रोककर हम इस बीमारी से बच सकते हैं।

क्या कहता है स्वास्थ्य मंत्रालय?

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने आम लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि फैटी लिवर की बीमारी से बचना संभव है। इसके लिए हमें कुछ सामान्य सी लगने वाली गलत आदतों को पहचानना होगा और उनमें बदलाव लाना होगा। मंत्रालय के मुताबिक नींद की कमी, धूम्रपान, मोटापा या एक्सरसाइज न करना और एनर्जी ड्रिंक्स का ज्यादा सेवन ये चार आदतें आपके लिवर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती हैं। आइए एक-एक करके इन कारणों को समझते हैं।

1. नींद पूरी न होना

जब शरीर को पूरी नींद नहीं मिलती तो उसका असर सीधा लिवर की सेहत पर भी पड़ता है। रात को कम नींद लेने से शरीर की चयापचय प्रक्रिया (मेटाबॉलिज्म) धीमी हो जाती है और लिवर में वसा जमा होने लगती है। नींद की कमी से शरीर में सूजन भी बढ़ती है, जिससे फैटी लिवर का खतरा और बढ़ जाता है।

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क्या करें?

हर दिन 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें।

सोने का तय समय बनाएं और मोबाइल या टीवी का इस्तेमाल रात को कम करें।

दिन में नींद पूरी न हो पाए तो दोपहर में थोड़ी देर झपकी लें।

2. धूम्रपान की आदत

धूम्रपान केवल फेफड़ों के लिए ही नहीं, लिवर के लिए भी हानिकारक है। इसमें मौजूद हानिकारक रसायन लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं। धूम्रपान से लिवर में सूजन बढ़ सकती है और चर्बी जमा होने का खतरा अधिक होता है।

क्या करें?

धूम्रपान बंद करने की कोशिश करें।

जरूरत हो तो डॉक्टर से परामर्श लें या निकोटिन गम जैसी सहायता लें सकते हैं।

3. नियमित व्यायाम न करना या वजन अधिक होना

मोटापा फैटी लिवर का सबसे बड़ा कारण है। अगर आप शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं हैं और वजन लगातार बढ़ता जा रहा है तो लिवर में चर्बी जमने का खतरा बढ़ जाता है।

क्या करें?

हर दिन 30 मिनट तेज चलना, साइकिल चलाना या योग करना शुरू करें।

वजन को कंट्रोल में रखने के लिए हेल्दी डाइट लें।

तला-भुना और बाहर का जंक फूड खाने से बचें।

4. एनर्जी ड्रिंक्स या मीठे पेय पदार्थों का अधिक सेवन

कोल्ड ड्रिंक्स, पैक्ड जूस या एनर्जी ड्रिंक्स में काफी मात्रा में शुगर और कैमिकल्स होते हैं, जो लिवर को नुकसान पहुंचाते हैं। लगातार इनका सेवन फैटी लिवर की बीमारी को बढ़ा सकता है।

क्या करें?

मीठे पेय की जगह पानी, नारियल पानी या नींबू पानी पिएं।

ताजे फलों का सेवन करें और डिब्बाबंद चीजों से दूरी बनाएं।

बच्चों को भी सॉफ्ट ड्रिंक की जगह हेल्दी ड्रिंक्स देने की आदत डालें।