
खाने वाले पान या फिर केवल लौंग के साथ भी छोटी इलायची का इस्तेमाल होता है। भोजन के तुरंत बाद मुंह को सुगंधित करने के लिए भी इलायची के सेवन किया जाता है। इलायची केवल एक सुगंधित मसाला ही नहीं है, बल्कि यह एक अच्छी औषधि भी है।
इलायची के फायदे
छोटी इलायची पचने में हल्की, भूख बढ़ाने वाली और भोजन को पचाने वाली होती है। यह मुँह की बदबू दूर करती है। यह दम फूलने, जुकाम, सूखी खाँसी, बवासीर, पेशाब की समस्याओं, दर्द, गैस, खुजली आदि चर्मरोग आदि में लाभकारी होती है। इलायची के बीज गैस को खत्म करते हैं। भूख बढ़ने के साथ पेशाब की समस्या दूर करते हैं और हृदय तथा शरीर को बल प्रदान करते हैं। इसलिए इलायची के बीजों का अपच, पेटदर्द, जुकाम, खाँसी, लीवर की समस्याओं, उल्टी आदि अनेक बीमारियों में प्रयोग किया जाता है। छोटी इलायची के फायदे बहुत हैं। इसका दुष्प्रभाव भी कोई नहीं है। सर्दी के मौसम में नहाने के बाद बेबी ऑयल में इलायची और दालचीनी पाउडर मिलाकर मसाज करें, त्वचा में निखार आ जाएगा।
सुगंधित होने के कारण इलायची और इसके तेल का इस्तेमाल कई कॉस्मेटिक्स जैसे- परफ्यूम, साबुन, पाउडर, बॉडी वॉश आदि में भी किया जाता है।
इलायची में एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ चेहरे की चमक भी बढ़ाता है. इससे जल्दी झुर्रियां भी नहीं पड़ती है।
अधिक प्रयोग भी नुकसानदेह
सेहत के लिए फायदेमंद सफेद इलायची को आप ज्यादा खाने तो इसका ज्यादा सेवन भी आपके लिए अच्छा नहीं होगा इलायची दो प्रकार की होती है 1 - बड़ी 2 - छोटी इलायची दोनों ही इलायची का प्रयोग मसालों के रूप में किया जाता है। लेकिन यह भी ध्यान रखने वाली बात है, कि छोटी इलायची का ज्यादा सेवन भी आपको नुकसान दे सकता है. इसलिए हर दिन दो से तीन इलायची खाना आपके लिए सही रहेगा।
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