24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

H5N5 वायरस से हुई दुनिया की पहली मौत! जानिए क्यों है ये Virus इतना खतरनाक

H5N5 Virus Update: अमेरिका में H5N5 बर्ड फ्लू से पहली मौत दर्ज। जानें कैसे फैलता है वायरस, क्या हैं लक्षण और परिवार को सुरक्षित रखने के जरूरी उपाय।

2 min read
Google source verification

भारत

image

Dimple Yadav

Nov 23, 2025

H5N5 Virus Update

H5N5 Virus Update (Photo- freepik)

H5N5 Virus Update: अमेरिका के वॉशिंगटन स्टेट में हाल ही में एक बेहद चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आई, एक व्यक्ति की H5N5 एवियन फ्लू से मौत हो गई। यह दुनिया का पहला दर्ज किया गया मानव मामला है। यह मरीज उम्रदराज था और पहले से कुछ बीमारी से जूझ रहा था। वह अपने घर पर मुर्गियां पालता था, और जांच में पता चला कि उसके बर्ड शेड में यह वायरस मौजूद था। यानी संक्रमण की वजह बीमार या जंगली पक्षियों से संपर्क होना माना जा रहा है।

अच्छी बात यह है कि फिलहाल मानव-से-मानव संक्रमण का कोई सबूत नहीं है, यानी आम लोगों के लिए खतरा अभी भी कम माना जा रहा है। लेकिन सावधानी रखना जरूरी है।

H5N5 क्या है और क्यों चिंता बढ़ी?

H5N5 एक तरह का बर्ड फ्लू वायरस है जो आमतौर पर जंगली पक्षियों और पालतू पक्षियों में पाया जाता है। इंसानों में यह पहला मामला है, इसलिए डॉक्टर और वैज्ञानिक इसे बहुत गंभीरता से देख रहे हैं। इससे पहले H5N1 बर्ड फ्लू ने दुनिया में 862 इंसानों को संक्रमित किया था, जिनमें से आधे से ज्यादा की मौत हो गई थी। ऐसे में H5N5 का इंसान में आना चेतावनी समझा जा रहा है।

क्यों है चिंता की वजह

वायरस का पक्षियों से इंसान में कूदना, भविष्य में म्यूटेशन (बदलाव) होने का खतरा, मानव संक्रमण के पैटर्न का न पता होना फिर भी, विशेषज्ञ कहते हैं कि डरने की नहीं, समझदारी से सावधानी की जरूरत है।

बर्ड फ्लू कैसे फैलता है?

ज्यादातर मामलों में संक्रमण इन कारणों से होता है। बीमार या मरे हुए पक्षियों को छूना, उनके पंख, मल, या बाड़े की गंदगी को हाथ लगाना, खराब सफाई या कमजोर बायो-सिक्योरिटी जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, उनमें खतरा ज्यादा होता है। CDC के मुताबिक, ज्यादातर रोग सीधे पक्षियों से इंसानों में जाते हैं, इंसान से इंसान में नहीं।

परिवार क्या करें? आसान और जरूरी सावधानियां

बीमार या मरे हुए पक्षियों को न छुएं, अगर जरूरी हो तो दस्ताने, मास्क और आंखों की सुरक्षा पहनें। हाथ धोना सबसे बड़ा हथियार है। पक्षियों, उनके बाड़े या उनसे जुड़े किसी सामान को छूने के बाद साबुन से हाथ धोएं। बच्चों को पक्षियों से दूर रखें, उन्हें बिना निगरानी के बाड़े में न जाने दें। बिल्लियां, कुत्ते या पालतू पक्षी भी संक्रमित जंगली पक्षियों से बीमारी पकड़ सकते हैं। अगर किसी पक्षी को अजीब लक्षण दिखें, उड़ना बंद, अचानक मौत, तो तुरंत सूचना दें। चिकन या अंडे को अच्छे से पकाएं। कच्चा दूध या अधपका चिकन कभी न खाएं।