
Heart Attack Symptoms (photo-gemini AI)
Heart Attack Symptoms: हमारे शरीर का सबसे संवेदनशील अंग होती है त्वचा। मनुष्य की पांचों इंद्रियों में से सबसे महत्त्वपूर्ण भी त्वचा को ही माना गया है। त्वचा हमारे शरीर के आवरण का काम करती है यानी बाहरी तत्वों को अंदर जाने से रोकती है। कुछ लोगों का मानना है कि त्वचा की समस्याएं सिर्फ गर्मियों में ज्यादा होती है लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है, सर्दियों में भी त्वचा की काफी समस्याएं बढ़ जाती है। सीधे शब्दों में हम कहें तो त्वचा की समस्याएं किसी मौसम की मोहताज नहीं होती है। त्वचा की समस्याएं हमारे शरीर पर निर्भर करती है, उसमें होने वाले बदलाव और पोषक तत्वों की कमियां और अधिकता, दोनों ही त्वचा की बीमारियों का कारण होती है।
अब आपने देखा हो तो कई लोगों में आंखों के नीचे और पलकों के ऊपर भूरे या पीले रंग की गांठें दिखाई देती है। ये गांठें त्वचा की समस्या है। लेकिन हम में से ज्यादातर लोग इस बात को समझ लेते है की ये मेकअप में प्रयोग होने वाले हानिकारक केमिकल्स के कारण हुआ है या फिर अपनी त्वचा की प्रकृति के अनुसार मेकअप उत्पादों का प्रयोग नहीं करने के कारण ऐसा हुआ है। वास्तव में ऐसा बिलकुल भी नहीं है, हमारी पलकों के नीचे बाहर की तरफ उभरे इन निशानों और गांठों का सीधा संबंध हमारी त्वचा की बीमारी से है जिसे विज्ञान की भाषा में जैंथेलस्मा कहा जाता है। आइए डॉक्टर मनोज जांगिड़ से जानते है की त्वचा की ये समस्या जिसके बारे में लोग बहुत कम जानते है, ये होती क्या है और इससे बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
जैंथेलस्मा त्वचा की एक स्थिति होती है जिसमें पीले, कोलेस्ट्रॉल वाले प्लाक होते हैं और सबसे ध्यान देने वाली बात ये है की ये आमतौर पर हमारी पलकों के अंदर की तरफ जाने वाले किनारों पर होती है। ये दर्द रहित होते है और इनकी वृद्धि भी कुछ ज्यादा खास नहीं होती है। ये स्किन को अंदर की किसी घातक बीमारी की वजह से प्रभावित करती है। दिखने में ये आधे ठोस और चपटे हुए होते है जो कैंसर रहित होते है।
जैंथेलस्मा का सबसे बड़ा कारण तो ये माना जाता है कि त्वचा के नीचे कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाता है, जिससे त्वचा के ऊपर ऐसा आवरण या कहें की गांठनुमा प्लाक बन जाते है जो की त्वचा की समस्या का संकेत है। अब बात ये आती है की ये कितना घातक होता है। त्वचा के नीचे ऐसे कोलेस्ट्रॉल जमा होने का मुख्य कारण लिपिड डिसऑर्डर को माना जाता है। इसमें भी ध्यान देने की बात ये है की केवल 50% मामलों में ही LDL असामान्य होता है। बाकी अन्य मामलों में इसका स्तर सामान्य होता है तो ये ज्यादा घातक नहीं होता है।
जैंथेलस्मा एक स्किन की स्थिति है लेकिन वास्तव में यह अपने आप में कोई बीमारी नहीं है। ये हमारे शरीर में होने वाली अन्य बीमारियों के संकेत या कारण के रूप में सामने आती है। ये समस्या डायबिटीज, थायराइड की खराबी, मोटापा और प्राइमरी बायलरी सिरोसिस जैसी लिवर के अंदरूनी अंगों की बीमारियों का संकेत भी हमें देती है। जैंथेलस्मा भविष्य में आने वाले हार्ट अटैक और हार्ट स्ट्रोक जैसे गंभीर मामलों का संकेत होता है, ऐसे में इसको नजरअंदाज करना आपको निश्चित रूप से हार्ट अटैक का मरीज बना सकता है। सबसे चौंकाने वाली बात इसमें ये है की ये महिलाओं में ज्यादा होता है।
जैंथेलस्मा जैसी त्वचा समस्या से बचना है तो आपको सबसे पहले तो अपनी डाइट में वो आहार शामिल कर लेना चाहिए जो आपको हार्ट अटैक से बचने में मदद करता है। इसके साथ ही अपना वजन नियंत्रित रखने के साथ डायबिटीज और थायराइड जैसी बीमारियों से बचने के प्रबंधन को भी शामिल करना चाहिए।
Published on:
24 Dec 2025 01:49 pm
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