कोरोना वैक्सीन से महिलाओं को खतरा! दिख रहे खतरनाक साइड इफेक्ट
स्वास्थ्य कर्मियों ने कंपनियों से मांगा था स्पष्टीकरण
आपको बता दें, कुछ महीने पहले कई स्वास्थ्य कर्मियों ने हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों से स्पष्टीकरण मांगा था कि उनकी मौजूदा पॉलिसी में कोविड-19 वैक्सीन के रिएक्शन का इलाज कवर किया जाएगा या नहीं। इससे जाहिर है कि इरडा ने जो निर्देश दिया है उसके मुताबिक, कोविड-19 से बचाव के लिए लगने वाली वैक्सीन का यदि कोई रिएक्शन होता है तो उसके इलाज में आने वाला खर्च अब हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत भुगतान किया जाएगा।
गौरतलब है कि बीते 16 जनवरी से देश में कोरोना वायरस वैक्सीनेशन शुरू किया गया था। दुनिया के इस सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के पहले चरण में प्राथमिकता सूची में शामिल 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। 1 मार्च से इस अभियान के तहत आम जनता के 60 वर्ष या इससे ऊपर और निर्धारित बीमारियों वाले 45 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों को भी कोरोना का टीका दिया जा रहा है। देश के सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी स्वास्थ्य केंद्रों में भी वैक्सीन दी जा रही है।