
Silent Blockage : क्या आप जानते हैं क्या होता है साइलेंट ब्लॉकेज, जिसकी वजह से जा सकती थी ऋतिक रोशन के पिता की जान (फोटो सोर्स: rakesh_roshan9@instagram)
Silent Blockage : बॉलीवुड के जाने-माने फिल्ममेकर राकेश रोशन (Rakesh Roshan) ने हाल ही में अपनी सेहत को लेकर एक चौंकाने वाली बात बताई है। उन्होंने बताया कि कैसे एक मामूली चेकअप ने उनकी जान बचाई जिसे हम सब अक्सर अनदेखा कर देते हैं। उनकी ये कहानी सिर्फ एक चेतावनी नहीं बल्कि हमारी सेहत के प्रति लापरवाही पर एक बड़ा सबक भी है।
राकेश रोशन (What Is Silent Blockage) ने इंस्टाग्राम पर अस्पताल की अपनी एक तस्वीर शेयर करते हुए बताया कि एक नॉर्मल फुल-बॉडी चेकअप के दौरान डॉक्टरों ने उन्हें गर्दन का सोनोग्राफी करवाने की सलाह दी। और यहीं पर पता चला वो बड़ा खतरा, जिसने उन्हें मौत के मुंह से खींच लिया। उनके दिमाग तक खून पहुंचाने वाली दोनों कैरोटिड आर्टरीज 75% से ज्यादा ब्लॉक थीं। सोचिए उन्हें कोई दिक्कत नहीं थी, कोई दर्द नहीं, फिर भी खतरा सिर पर मंडरा रहा था। इसे ही 'Silent Blockage' कहते हैं जो बिना कोई शोर किए आपके शरीर को अंदर से खत्म करता रहता है।
जयपुर से सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ हेमंत चतुर्वेदी बताया कि साइलेंट ब्लॉकेज एक ऐसी स्थिति है जब शरीर की रक्त धमनियों (आर्टरीज) में रुकावट या ब्लॉकेज हो जाता है, लेकिन इसके कोई स्पष्ट या गंभीर लक्षण दिखाई नहीं देते। यह स्थिति बहुत खतरनाक हो सकती है क्योंकि व्यक्ति को पता ही नहीं चलता कि उसके अंदर कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या पनप रही है, और अचानक से कोई बड़ा खतरा (जैसे हार्ट अटैक या स्ट्रोक) हो सकता है।
ये कैरोटिड आर्टरीज हमारे दिमाग को खून पहुंचाती हैं। अगर ये ब्लॉक हो जाएं तो दिमाग तक खून जाना रुक सकता है, जिससे लकवा (स्ट्रोक) या हार्ट अटैक जैसी जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं। राकेश रोशन ने तुरंत अस्पताल में भर्ती होकर इलाज करवाया और अब वे पूरी तरह ठीक होकर घर लौट आए हैं।
डॉ ने कहा, कुछ लोगों को साइलेंट ब्लॉकेज का खतरा ज्यादा होता है, जैसे:
उन्होंने अपने इस अनुभव को बताते हुए लोगों से एक खास अपील की है। उनका कहना है कि 45-50 साल से ऊपर के हर व्यक्ति को 'हार्ट सीटी' और 'कैरोटिड ब्रेन आर्टरी सोनोग्राफी' जरूर करवानी चाहिए। अक्सर लोग दिल की जांच तो करवाते हैं लेकिन दिमाग से जुड़ी इन नसों की जांच को भूल जाते हैं जो बहुत बड़ी गलती है। राकेश रोशन का संदेश है रोकथाम हमेशा इलाज से बेहतर है।
उनकी इस पोस्ट पर अनिल कपूर, सुज़ैन खान, सुनील शेट्टी और टाइगर श्रॉफ जैसे कई सितारों ने भी चिंता जताई और उनके जल्दी ठीक होने की दुआ की। राकेश रोशन की बेटी सुनैना ने भी बताया था कि उनके पापा की गर्दन की एंजियोप्लास्टी हुई थी लेकिन अब वे एकदम ठीक हैं।
यह घटना हमें याद दिलाती है कि हमारा शरीर कोई मशीन नहीं जिसकी देखभाल को हम टाल दें। भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपनी सेहत को अक्सर हल्के में ले लेते हैं। छोटे-मोटे दर्द या थकावट को नजरअंदाज कर देते हैं जबकि यही छोटे संकेत बड़े खतरे की घंटी हो सकते हैं। खासकर 40 की उम्र के बाद, नियमित स्वास्थ्य जांच बहुत जरूरी है। सही खानपान, रोजाना कसरत और तनाव-मुक्त जीवन हमें कई बीमारियों से बचा सकता है।
Published on:
23 Jul 2025 05:50 pm
बड़ी खबरें
View Allस्वास्थ्य
ट्रेंडिंग
लाइफस्टाइल
