
Intermittent Fasting Linked to Brain Boost and Longevity
जिस तरह कम खाना पेट के लिए अच्छा है, उसी तरह यह आपके दिमाग के लिए भी वरदान साबित हो सकता है! एक नए शोध में बताया गया है कि कम खाना या इंटरमिटेंट फास्टिंग करने से दिमाग की उम्र धीमी पड़ सकती है और आपकी उम्र भी बढ़ सकती है।
यह शोध अमेरिका के कैलिफोर्निया में बक इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च ऑन एजिंग के वैज्ञानिकों ने किया है। उन्होंने एक जीन की खोज की है, जो OXR1 कहलाता है और जो कम खाने से लंबी उम्र और स्वस्थ दिमाग से जुड़ा हुआ है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि जब हम कम खाते हैं, तो यह आमतौर पर पाचन तंत्र या वजन घटाने के बारे में सोचा जाता है, लेकिन दिमाग पर इसके इतने गहरे प्रभाव के बारे में शायद ही किसी को पता हो।
शोध में फल मक्खियों और मानव कोशिकाओं पर प्रयोग किया गया और इससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने और ब्रेन-संबंधी बीमारियों से बचाने के संभावित तरीके भी खोजे गए।
शोधकर्ताओं ने पाया कि कम खाना दिमाग में एक खास प्रक्रिया को सक्रिय करता है, जो दिमाग की कोशिकाओं को बचाता है। इंटरमिटेंट फास्टिंग या कम कैलोरी वाला आहार इस जीन को बढ़ा सकता है, जिससे दिमाग को फायदा होता है।
शोधकर्ताओं ने इस बात का भी पता लगाया कि OXR1 जीन रिट्रोमर नामक एक प्रोटीन समूह के कामकाज को नियंत्रित करता है। रिट्रोमर कोशिकाओं के अंदर प्रोटीन और लिपिड को रीसायकल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अल्जाइमर और पार्किंसंस जैसी बीमारियों में रिट्रोमर का कामकाज कमजोर हो जाता है, लेकिन कम खाना OXR1 जीन के जरिए रिट्रोमर को मजबूत बना सकता है, जिससे दिमाग की कोशिकाएं स्वस्थ रहती हैं और दिमाग की उम्र धीमी पड़ती है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि कम खाना एक ऐसी प्रक्रिया है जो कोशिकाओं में प्रोटीन को सही तरीके से व्यवस्थित करती है, जिससे दिमाग मजबूत और स्वस्थ रहता है।
इस शोध से पता चलता है कि कम खाना या इंटरमिटेंट फास्टिंग करना सिर्फ वजन कम करने का ही तरीका नहीं है, बल्कि यह आपके दिमाग के लिए भी बहुत फायदेमंद है।
मुख्य बातें:
कम खाना या इंटरमिटेंट फास्टिंग दिमाग की उम्र को धीमा कर सकता है।
OXR1 नामक जीन कम खाने से सक्रिय होता है, जो दिमाग की कोशिकाओं को बचाता है।
कम खाना दिमाग में रिट्रोमर नामक प्रोटीन समूह को मजबूत बनाता है, जो कोशिकाओं को स्वस्थ रखता है।
कम खाना दिमाग की उम्र कम करता है और आयु बढ़ा सकता है।
Published on:
17 Jan 2024 07:11 am
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