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चमगादड़ों से दूर रहो, Disease X से बचो: वैज्ञानिकों की चेतावनी

"लैंसेट प्लैनेट हेल्थ" नामक जर्नल में प्रकाशित शोध पत्र कहता है कि अगली महामारी (Disease X) के खतरे को कम करने के लिए सबसे ज़रूरी है, उन जानवरों से इंसानों में फैलने वाले वायरस के रास्ते को रोकना। हालांकि शोध पत्र सीधे तौर पर "Disease X" का जिक्र नहीं करता, लेकिन लेखक कहते हैं कि डब्ल्यूएचओ और अन्य बड़े अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने महामारी रोकथाम के लिए किए गए प्रयासों में ज़्यादा ध्यान तैयारी और जवाब देने पर दिया है, असल रोकथाम पर नहीं।

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Minimize Bat Contact to Prevent Disease X, Scientists Urge

एक नए शोध के मुताबिक भविष्य में होने वाली महामारियों को रोकने का सबसे सीधा तरीका ये है कि हम इंसानों और जानवरों, खासकर चमगादड़ों के बीच संपर्क कम करें। चमगादड़ कई खतरनाक वायरसों के घर माने जाते हैं। ये शोध 'लैंसेट प्लैनेट हेल्थ' नाम की पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक ऐसे अज्ञात रोगाणु को "Disease X" नाम दिया है, जो भविष्य में भयंकर वैश्विक महामारी फैला सकता है। फिलहाल कोरोना वायरस (Corona virus) , इबोला, मर्स और कई अन्य बीमारियों को गंभीर महामारी का खतरा माना जाता है। WHO समय-समय पर इस लिस्ट में बदलाव करता रहता है।

शोध के मुताबिक पिछले 60 सालों में 335 नए रोगाणु सामने आए हैं, जिनमें से 60% जानवरों से फैले हैं। इनमें से 71% जंगली जानवरों से आए हैं। ये शोध कहता है कि "Disease X" भी किसी जानवर से ही आने की संभावना है। इसलिए इंसानों, जानवरों और पर्यावरण के बीच संपर्क कम करना बहुत जरूरी है।

शोध के मुताबिक महामारियों को रोकने के लिए जंगलों को बचाना, वन्यजीव व्यापार रोकना, खेती में सावधानी बरतना और लोगों के स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी है। इसमें समय और पैसा लगेगा लेकिन ये करना बहुत जरूरी है।

शोध कहता है कि खासकर चमगादड़ों से दूर रहना सबसे जरूरी है क्योंकि इनमें कई खतरनाक वायरस पाए जाते हैं। चमगादड़ों का शिकार करना, उनका मांस खाना, उनका व्यापार करना, उनकी गुफाओं में घूमना और उनके रहने की जगहों को खत्म करना बंद करना चाहिए। हालांकि चमगादड़ कीटों को खाकर फसलों की रक्षा करते हैं, लेकिन हमें उन्हें परेशान नहीं करना चाहिए।

शोधकर्ताओं का कहना है कि महामारियों के लिए जानवरों को दोष देना गलत है। असली समस्या इंसानों की हरकतों में है। हमें अपना व्यवहार बदलना होगा, ठीक वैसे ही जैसे कोरोना के वक्त सोशल डिस्टेंसिंग अपनाई थी।

पिछली कई बीमारियों की तरह कोरोना वायरस भी संभवतः चमगादड़ों से आया था। बाजारों में कई तरह के जानवरों को एक साथ रखने से बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ जाता है। वन्यजीव व्यापार को रोकने की कोशिशें नाकामयाब रहीं हैं, जिससे कई प्रजातियां खत्म हो रही हैं।

शोधकर्ताओं का कहना है कि भविष्य की महामारियों को रोकने के लिए हमें समाज में इस बात को फैलाना होगा कि चमगादड़ों को परेशान नहीं करना चाहिए। उन्हें उनके रहने की जगहों पर रहने देना चाहिए। भले ही इससे कितना ही फायदा हो, लेकिन महामारियों को जड़ से खत्म करने के लिए ये करना जरूरी है। इससे होने वाली परेशानियों का समाधान ढूंढकर लोगों की मदद भी करनी चाहिए।