Olive Oil Compound Kills Cancer : भूमध्यसागरीय आहार (Mediterranean Diet) जिसे दुनिया के सबसे स्वस्थ खान-पान में से एक माना जाता है उसका 'सुपरस्टार' ऑलिव ऑयल (जैतून का तेल) सिर्फ दिल और दिमाग के लिए ही फायदेमंद नहीं है बल्कि अब एक और चौंकाने वाला सच सामने आया है। रिसर्च बताती है कि इसमें कैंसर से लड़ने के अद्भुत गुण हो सकते हैं। जी हां, एक्स्ट्रा-वर्जिन ऑलिव ऑयल में पाया जाने वाला एक प्राकृतिक यौगिक (कंपाउंड) सिर्फ 30 मिनट में कैंसर कोशिकाओं (Olive Oil kills Cancer Cells) को खत्म कर सकता है।
ये खुलासा 2015 में 'मॉलिक्यूलर एंड सेलुलर ऑन्कोलॉजी' (Molecular & Cellular Oncology) नामक जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी में हुआ जिसे रटगर्स यूनिवर्सिटी और हंटर कॉलेज के शोधकर्ताओं ने मिलकर किया था।
ऑलिव ऑयल में 'ओलेओकैंथल' (Oleocanthal) नामक एक फेनोलिक कंपाउंड होता है। यही वो खास तत्व है जो कैंसर कोशिकाओं को निशाना बनाता है और कमाल की बात ये है कि यह स्वस्थ कोशिकाओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता। इस स्टडी से ऑलिव ऑयल के अनगिनत स्वास्थ्य लाभों की सूची में एक और महत्वपूर्ण नाम जुड़ गया है। यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immune System) को बेहतर बनाता है, हड्डियों को मजबूत करता है और यहां तक कि अल्जाइमर रोग के खतरे को भी कम कर सकता है।
आपको बता दें कि ओलेओकैंथल की मात्रा अलग-अलग प्रकार के ऑलिव ऑयल में अलग-अलग होती है। यह उस तेल के मूल स्थान, कटाई के समय और प्रसंस्करण (Processing) के तरीकों पर निर्भर करता है। शोधकर्ताओं ने कई तरह के ऑलिव ऑयल का परीक्षण किया और पाया कि जिनमें ओलेओकैंथल की मात्रा अधिक थी, उन्होंने इन विट्रो (लैब में) कैंसर कोशिकाओं को पूरी तरह से नष्ट कर दिया ठीक वैसे ही जैसे शुद्ध ओलेओकैंथल करता है।
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सामान्य शारीरिक परिस्थितियों में, कोशिकाएं 'एपोप्टोसिस' (Apoptosis) नामक प्रक्रिया से मरती हैं, जिसे प्रोग्राम्ड सेल डेथ भी कहते हैं। इस प्रक्रिया में आमतौर पर 16 से 24 घंटे लगते हैं। लेकिन जब वैज्ञानिकों - ओनीका लीजेंड्रे, हंटर कॉलेज के डेविड फॉस्टर और रटगर्स यूनिवर्सिटी के पॉल ब्रेसलिन ने लैब में कैंसर कोशिकाओं पर ओलेओकैंथल का इस्तेमाल किया तो इसका असर कहीं ज्यादा तेजी से हुआ। इस कंपाउंड ने कई प्रकार की कैंसर कोशिकाओं को सिर्फ 30 मिनट से एक घंटे के भीतर ही खत्म कर दिया। इस बात से शोधकर्ताओं को यकीन हो गया कि ओलेओकैंथल किसी और ही तरीके से काम कर रहा था।
प्रोफेसर ब्रेसलिन ने एक रिलीज में कहा, हमें यह निर्धारित करने की आवश्यकता थी कि क्या ओलेओकैंथल उस प्रोटीन को निशाना बना रहा था और कोशिकाओं को मरने का कारण बन रहा था।
उन्होंने पाया कि यह कंपाउंड कैंसर कोशिकाओं के अपशिष्ट केंद्रों (waste centers) को निशाना बना रहा था जिन्हें 'लाइसोसोम' (Lysosomes) कहा जाता है। ये लाइसोसोम स्वस्थ कोशिकाओं की तुलना में बड़े और अधिक नाजुक होते हैं। ब्रेसलिन ने आगे कहा, एक बार जब आप उनमें से किसी एक को खोल देते हैं तो सब कुछ गड़बड़ा जाता है।
उन्होंने देखा कि जैसे ही ओलेओकैंथल ने अपना काम किया कोशिका के महत्वपूर्ण कार्य बिगड़ने लगे जिसके परिणामस्वरूप अंततः उसकी मृत्यु हो गई। इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह थी कि स्वस्थ कोशिकाएं अप्रभावित रहीं। ओलेओकैंथल ने उन्हें एक दिन के लिए सुला दिया और फिर वे ऐसे ठीक हो गईं जैसे कुछ हुआ ही न हो।
फॉस्टर ने कहा, हमारा मानना है कि भूमध्यसागरीय आहारों (Mediterranean Diet) में कैंसर की कम घटनाओं का कारण ओलेओकैंथल हो सकता है जहां इसका सेवन अधिक होता है। और यह भी संभव है कि शुद्ध (उच्च खुराक वाले) ओलेओकैंथल का चिकित्सीय रूप से भी उपयोग किया जा सके।
शोधकर्ताओं ने यह भी कहा कि वे इस बारे में और अधिक जानना चाहते हैं कि ओलेओकैंथल विशेष रूप से कैंसर कोशिकाओं को ही क्यों निशाना बनाता है और उन्हें सिकोड़ता है। फॉस्टर ने निष्कर्ष निकाला, हमें यह भी समझने की जरूरत है कि कैंसर कोशिकाएं गैर-कैंसर कोशिकाओं की तुलना में ओलेओकैंथल के प्रति अधिक संवेदनशील क्यों हैं।
यह अध्ययन निश्चित रूप से उत्साहजनक है लेकिन यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि यह लैब-आधारित (इन विट्रो) अध्ययन था। इसका मतलब यह नहीं है कि आपको आज से ही कैंसर के इलाज के लिए सिर्फ ऑलिव ऑयल पर निर्भर रहना चाहिए। मानव शरीर में इसके प्रभाव को समझने के लिए अभी और गहन शोध और क्लिनिकल परीक्षणों की आवश्यकता है।
हालांकि यह शोध भूमध्यसागरीय आहार (Mediterranean Diet) के स्वास्थ्य लाभों को और मजबूत करता है और यह हमें कैंसर के इलाज के नए तरीकों को खोजने की दिशा में एक कदम और करीब लाता है। ऑलिव ऑयल को अपनी डाइट में शामिल करना हमेशा एक अच्छा विचार है, क्योंकि इसके कई सिद्ध स्वास्थ्य लाभ हैं।
ऑलिव ऑयल में मौजूद ओलेओकैंथल का यह गुण कैंसर के खिलाफ लड़ाई में एक नई उम्मीद जगाता है। भविष्य में यह एक शक्तिशाली प्राकृतिक कैंसर-रोधी एजेंट के रूप में विकसित हो सकता है। तब तक अपने आहार में स्वस्थ वसा जैसे ऑलिव ऑयल को शामिल करते हुए एक संतुलित और पौष्टिक जीवन शैली अपनाना हमेशा बुद्धिमानी है।
Updated on:
10 Jul 2025 11:59 am
Published on:
03 Jul 2025 01:04 pm