
Period Pain Treatment (photo- freepik)
Period Pain Treatment: पीरियड्स का दर्द (Dysmenorrhea) महिलाओं के लिए एक सामान्य समस्या बन चुकी है। लेकिन डॉक्टरों का स्पष्ट रूप से यह कहना है कि पीरियड्स में ज्यादा दर्द एक सामान्य बात नहीं है और वे कहतें है कि महिलाओं को इसे सहने की कोई आवश्यकता नहीं है। यह दर्द मुख्य रूप से प्रोस्टाग्लैंडिन्स के हार्मोनल बदलाव के कारण होता है जो गर्भाशय (Uterus) में संकुचन पैदा करते हैं। इसको कम करने के लिए वैज्ञानिक सप्लीमेंट्स, जीवनशैली में बदलाव और जरूरत पड़ने पर हार्मोनल थेरेपी का सहारा भी लिया जा सकता है। कहतें है ना कि दर्द की जड़ तक पहुंचकर ही उसका पुख्ता इलाज किया जा सकता है। आइए डॉ शैलजा अग्रवाल से जानते हैं की पीरियड्स के दौरान कौन-कौनसे सप्लीमेंट्स लेने चाहिए और इन्हें लेने का सही तरीका क्या है, पीरियड्स के दर्द को कम करने के लिए कौनसे घरेलू उपाय कारगर है।
हम सब जानते है कि पेनकिलर लेने से दर्द के लक्षण तुरंत कम हो जाते हैं। जबकि कुछ वैज्ञानिक सप्लीमेंट्स (जैसे मैग्नीशियम, ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन B1) शरीर के अंदर राहत का काम करते है और दर्द की जड़ को ठीक करते हैं। ये सप्लीमेंट्स प्रोस्टाग्लैंडिन्स के हार्मोनल बदलाव को सुधारते हैं और लंबे समय तक आराम देते हैं। इनका पूरा असर दिखने में 6 से 8 सप्ताह का समय लगता है। इसलिए यह तुरंत राहत वाली थेरेपी नहीं है।
डॉक्टर शैलजा कहती हैं कि मैग्नीशियम और ओमेगा-3 को पूरे महीने लेना चाहिए, जबकि जिंक या बी1 को पीरियड्स से 5-7 दिन पहले शुरू करना ज्यादा लाभदायक होता है। सप्लीमेंट्स को पेनकिलर के साथ लेना भी पूरी तरह से सुरक्षित है। लेकिन फिर भी आपको कुछ सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है, जैसे यदि आप खून पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं तो ओमेगा-3 लेते समय सतर्क रहें। यदि आपको किडनी या लिवर की समस्या हो तो सप्लीमेंट्स शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें और बिना चेक किए विटामिन डी की हाई डोज न लें।
अदरक (चाय या गर्म घोल के रूप में) दर्द कम करने में वैज्ञानिक रूप से प्रभावी होता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो प्रोस्टाग्लैंडिन्स हार्मोन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। पीरियड्स के दौरान इसका सेवन करने से ऐंठन और उल्टी में भी काफी कमी आती है।
हीटिंग पैड पीरियड्स के दर्द में तुरंत आराम देते हैं। इसको पेट के निचले हिस्से या पीठ पर लगाने से गर्भाशय की मांसपेशियां शिथिल हो जाती हैं। इससे वहां रक्त संचार बेहतर होता है और ऐंठन कम होती है। यह दर्द से छुटकारा पाने का सबसे आसान और तुरंत असर दिखाने वाला घरेलू तरीका है।
Updated on:
09 Dec 2025 11:49 am
Published on:
09 Dec 2025 09:48 am
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