डोनर को अचानक चक्कर आना, बीपी कम होना, अचेत हो जाना, कमजोरी आ जाना जैसे लक्षण आ सकते हैं। वहीं मरीज में रिएक्शन, एचआईवी, हेपेटाइटिस आदि संक्रमण की आशंका रहती है। नस खराब हो जाना, धुंधला दिखाई दे सकता है।
जयपुरPublished: Aug 11, 2020 09:33:54 pm
Hemant Pandey
कोविड-१९ के मरीजों का इलाज प्लाजमा थैरेपी करने की बात हो ती है। यह पीले रंग का खून में मिलने वाला तरल पदार्थ है जो लाल-श्वेत रक्त कणिकाओं और प्लेटलेट्स से बना होता है। जानते हैं इस थैरेपी के बारे में।
प्लाजमा थैरेपी: संक्रमण से बचाता है एंटीबॉडीज